unicef-handed-over-medical-equipment-to-the-state-government
unicef-handed-over-medical-equipment-to-the-state-government

यूनिसेफ ने राज्य सरकार को सौंपे चिकित्सा उपकरण

रांची, 12 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से शनिवार को कांके रोड स्थित सीएम आवासीय कार्यालय में झारखंड यूनिसेफ के प्रमुख प्रशांत दास एवं अन्य पदाधिकारियों ने मुलाकात की। यूनिसेफ के पदाधिकारियों ने कोरोना महामारी से लड़ने के निमित्त कई महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण मुख्यमंत्री को सौंपे। यूनिसेफ के पदाधिकारियों ने तीन आरटीपीसीआर मशीन (रिम्स-दो, एमजीएम मेडिकल कॉलेज-एक), 20 लाख थ्री लेयर सर्जिकल मास्क, 800 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, दो वाकिंग कूलर, एक वाकिंग फ्रीजर, 90 आइसलाइन रेफ्रिजरेटर, 27 डीपफ्रीजर, 511 लार्ज कोल्ड चेन बॉक्स इत्यादि उपकरण राज्य सरकार को सौंपे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी हैं। संक्रमण नियंत्रण के लिए बेहतर चिकित्सा प्रबंधन सरकार की प्राथमिकता है। वैश्विक संक्रमण के इस दौर में यूनिसेफ द्वारा राज्य सरकार को आवश्यक चिकित्सा सामग्री आपूर्ति करना सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में यूनिसेफ सहित कई विभिन्न संस्थानों द्वारा सराहनीय कदम उठाए जा रहे हैं। मुझे विश्वास है कि झारखंड यूनिसेफ द्वारा दिए गए आवश्यक सामग्रियों से राज्य के जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सहायता मुहैया कराने तथा कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई को जीतने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी लोग मिलकर कोरोना से जंग में जीतेंगे। यूनिसेफ के प्रमुख प्रशांत दास ने कहा कि कोविड-19 के कारण राज्य में जो हालात उत्पन्न हुए हैं उसके नियंत्रण के लिए झारखंड यूनिसेफ द्वारा राज्य सरकार को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान किया जा रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रसार को कम करने तथा बेहतर प्रबंधन के लिए यूनिसेफ द्वारा कोल्ड चेन उपकरण, आरटीपीसीआर मशीन और मास्क भी राज्य सरकार को उपलब्ध कराया जा रहा है। यूनिसेफ राज्य सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर महामारी नियंत्रण के लिए आगे भी कार्य करती रहेगी। इस अवसर पर विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद आदि उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in