The Karnadhar social and cultural institution has raised support funds for the treatment of the child
The Karnadhar social and cultural institution has raised support funds for the treatment of the child

कर्णधार सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था ने बच्चे के इलाज के लिए जुटाए सहयोग राशि

रामगढ़, 02 जनवरी (हि.स.) । बॉलीवुड के मशहूर फिल्मों में से एक गजनी के मुख्य किरदार को लोग भूल नहीं पाए हैं। जिस प्रकार उस फिल्म का नायक अपनी बात को 15 मिनट के बाद ही भूल जाता है, वैसी ही बीमारी से एक बच्चा भी जूझ रहा है। उस बच्चे के इलाज के लिए रामगढ़ की कर्णधार सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था ने सहायता राशि जुटाई है। शनिवार को संस्था के सचिव विक्रांत गुप्ता ने बताया कि जमशेदपुर निवासी आशुतोष कुमार उनसे मिलने रामगढ़ आए थे। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे की याददाश्त भी सर में चोट लगने की वजह से चली गई है। उन्होंने अपने बच्चे के इलाज के लिए सरकारी अधिकारियों से लेकर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री तक के दरवाजे खटखटा दिए। लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार आशुतोष ने अपने बच्चे का कई अस्पतालों में इलाज भी करवाया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अंत में धीरूभाई अंबानी के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में उस बच्चे की बीमारी का इलाज संभव होने की उम्मीद जगी है। लेकिन वहां की फीस इतनी अधिक है कि आशुतोष की उम्मीदें डगमगाने लगी थी। लेकिन जब कर्णधार संस्था को इसका पता चला तो उन्होंने उस बच्चे के इलाज में सहयोग करने का निर्णय लिया। उन्होंने रामगढ़ के कई लोगों से सहायता राशि उपलब्ध कराकर आशुतोष को दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/ अमितेश-hindusthansamachar.in

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