the-couple-died-due-to-illegal-trickle-down-villagers-started-demonstrations-by-keeping-the-dead-body
the-couple-died-due-to-illegal-trickle-down-villagers-started-demonstrations-by-keeping-the-dead-body

अवैध चाल धंसने से हुई दंपत्ति की मौत, शव रखकर ग्रामीणों ने शुरू किया प्रदर्शन

रामगढ़, 22 फरवरी (हि.स.)। रामगढ़ जिले में चाल धंसने से दंपत्ति की मौत के बाद वेस्ट बोकारो इलाके में सनसनी फैल गई है। रविवार की देर रात हुई घटना के बाद पुलिस ने दंपत्ति की लाश को बाहर तो निकाल दिया है। सोमवार की सुबह से ही ग्रामीण दोनों शवों को रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र अंतर्गत झारखंड खुले खदान में बंद पड़े माइंस में एक अवैध चाल से कोयला निकाला जा रहा था। रविवार की रात लईयो, रविदास मोहल्ला निवासी अनिल रविदास और उनकी पत्नी अंजली देवी कोयला निकालने चाल में घुसे हुए थे। लगभग 300 फीट अंदर कोयला चुनने के दौरान हाई वॉल उन दोनों पर गिर गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। चाल में मौजूद अन्य मजदूरों ने शोर मचाया तो तो लोग मदद के लिए आगे बढ़े। रात काफी हो जाने की वजह से सही समय पर मदद नहीं पहुंची। लगभग 2 घंटे तक लोग पुलिस और अन्य मदद आने का इंतजार करते रहे। जब कोई नहीं पहुंचा तो मोबाइल टॉर्च की सहायता से ही कुछ ग्रामीण चाल के अंदर घुसे। इसके बाद अनिल और अंजलि के शव को कोयले के मलवे से दबा हुआ पाया। मुआवजे के लिए ग्रामीणों ने शुरू किया आंदोलन सुबह से ही झारखंड खुली खदान के बाहर ग्रामीणों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था सैकड़ों ग्रामीण अनिल और अंजलि के शव को रखकर मुआवजे की मांग कर रहे थे ग्रामीणों का कहना है कि अनिल रविदास और अंजली रविदास की तीन संताने हैं जिसमें एक लड़का और दो लड़की है वह तीनों अभी काफी छोटे हैं उन का भरण पोषण करने वाला कोई नहीं है ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन को उन्हें बतौर मुआवजा आर्थिक सहायता करनी चाहिए। अवैध चाल से निकाला जा रहा था कोयला : थाना प्रभारी वेस्ट बोकारो ओपी प्रभारी पशुपति नाथ राय ने बताया कि अनिल और अंजली की मौत अवैध कार्य के दौरान हुई है। उन लोगों के द्वारा जो काम किया जा रहा था वह गैरकानूनी है। झारखंड कोलियरी के बंद पड़े माइंस से यह लोग चोरी से खोला निकाल रहे थे। ऐसी स्थिति में जो हादसा हुआ है उसके जिम्मेदार भी वे खुद ही हैं। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in