
13/05/2021 रांची, 13 मई (हि. स.)। आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने प्रदेश के लाखों मनरेगा श्रमिकों को राहत दिलाने को लेकर मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि मनरेगा श्रमिकों का रोजगार 100 से बढ़ाकर 200 दिन कर दिया जाए। उन्होंने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान अधिकतम 100 दिवस की सीमा तक मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन प्रति व्यक्ति पूरी मजदूरी का भुगतान किया जाए। साल, 2021-22 में प्रभावित लोगों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए मनरेगा में निर्धारित 100 दिवस के रोजगार को बढ़ाकर प्रति परिवार 200 दिन किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के मनरेगा के तहत बकाया राशि जारी करने के साथ ही अतिरिक्त राशि भी तत्काल उपलब्ध कराने की मांग भी मुख्यमंत्री से की है। उन्होंने कहा कि मनरेगा ग्रामीण श्रमिकों की जीवन रेखा है। लॉकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूर, लघु सीमांत किसान, कृषि श्रमिक और निर्माण श्रमिक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। ऐसे संकटकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पिछड़े और लॉकडाउन के कारण प्रभावित लोगों को आर्थिक संबल प्रदान करने का सर्वाेत्तम उपाय मनरेगा योजना ही है। व्यापार का ठप्प हो जाना और बढ़ती हुई महंगाई को देखते हुए, शहरी व प्रखंड क्षेत्रों में दिहाड़ी कमाने वाले ऑटो, वैन चालक, ठेले, खोमचे वाले तथा छोटे व्यापार करने वालों के लिए भी एक आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा सरकार को करनी पड़ेगी। कोरोना के दूसरे लहर की तरह प्रदेश के गरीब किसान, मजदूर, व्यापारी भी बेरोजगारी के दूसरे लहर में बर्बादी के कगार पर हैं। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण