सनातन सांस्कृतिक स्वाभिमान का प्रतीक होगा श्री राम मंदिर : विहिप
-विहिप के नेतृत्व में होगा भव्य राम मंदिर का महाअभियान, जुटेंगे लाखों कार्यकर्ता रांची, 09 जनवरी (हि.स.)। श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति के रांची विभाग इकाई की बैठक अपर बाजार स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में शनिवार को हुई। बैठक का शुभारंभ विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री व अभियान प्रांत प्रमुख डॉ बिरेन्द्र साहु, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सहकार्यवाह व अभियान प्रांत सहप्रमुख तथा विभाग कार्यवाह संजीत कुमार के संयुक्त तत्वाधान में श्री रामजी दरबार पर पुष्पार्चरण करके किया गया। बैठक के प्रथम सत्र में अभियान के प्रांत प्रमुख डॉ बिरेन्द्र साहु ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देते हुए कहा भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम का काम करने के लिए वर्तमान पीढ़ी धन्य है। 492 वर्ष की लगभग 20 पीढ़ियों ने अनवरत 76 संघर्ष व लगभग साढे चार लाख बलिदान के बाद भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम को उनके अपने घर पर विराजमान करने का पुण्य अवसर प्राप्त किया है। इस पुनीत कार्य को आगामी 40-50 पीढ़ी फिर नहीं कर पाएगी, क्योंकि यह भव्य मंदिर हजार साल से भी अधिक समय तक अपने स्वरुप में विराजमान रहेंगे। उन्होंने कहा भगवान श्रीराम को तो पहले मात्र 14 वर्ष की बनवास हुई थी लेकिन वर्तमान समय में माता सीता के साथ अपने भवन में विराजमान होने के लिए 492 वर्ष लग गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को भगवान श्री राम के काम करने के लिए पुरुषोत्तम श्रीराम के सेवक हनुमान जी की भांति समस्त पुरुषार्थ के साथ व तन्मयता के साथ कार्य में जुट जाना चाहिए। श्री राम मंदिर का यह मंदिर सनातन सांस्कृतिक स्वाभिमान का प्रतीक होगा। माता शबरी, माता अह्लिया, केवट की भांति ग्राम-ग्राम में हिन्दू जनमानस भगवान राम को अपने घर में विराजमान होने को आशा देख रहे हैं। सभी कार्यकर्ता भगवान राम का चित्र प्रतीक के रूप में प्रत्येक घरों में देकर अपने जीवन को धन्य करें। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में भव्य श्रीराम मंदिर का महाअभियान होगा। इसमें लाखों कार्यकर्ता भाग लेंगे पूरा संघ परिवार एक छत्र के नीचे भव्य राम मंदिर के लिए दृढ़ संकल्प हो। दिन रात 45 दिनों तक हिंदू समाज के बीच घर-घर जाकर संपर्क करेगा अभियान प्रांत सहप्रमुख राकेश लाल ने कहा भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम राष्ट्रपुरुष हैं व उनका मंदिर राष्ट्र मंदिर कहलाएगा। मंदिर निर्माण के निमित्त भारतीय संस्कृति पर कुदृष्टि रखने वाले व भारत को टुकड़े-टुकड़े करने का भाव रखने वाले कालनेमि की भांति आज भी समाज में खड़ा है, हमें इन कालनेमियों से सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा हिंदू समाज सनातन धर्मावलंबी है, जिनका प्रमाण वेद, पुराण, रामायण महाभारत में अनायास मिल जाते हैं। ग्रंथों में हिमालय के दक्षिण एवं सागर के उत्तर विशाल भूखंड ही भारत की पुण्य भूमि है। उन्होंने कहा कण-कण एवं क्षण-क्षण लगाकर भारतीय स्वाभिमान का प्रतीक श्री राम मंदिर को भव्यता प्रदान करने में समस्त हिंदू जनमानस को जोड़ी जानी चाहिए। बैठक में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव व देवी प्रसाद शुक्ला,संगठन मंत्री देवी सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य ज्ञान प्रकाश जालान, विहिप प्रांत कोषाध्यक्ष शिव शंकर साबू, विभाग शारीरिक प्रमुख चंदन कुमार बालेश्वर महतो, बजरंग दल प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख रंगनाथ महतो, रांची विभाग मंत्री किशुण झा सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/ विकास-hindusthansamachar.in