एनएसयूआई ने यूजीसी की गाइडलाइन्स जलाकर यूजीसी और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
रांची, 21 जुलाई (हि. स.)। नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को टेक्निकल यूनिवर्सिटी के बाहर यूजीसी की गाइडलाइन्स जलाकर यूजीसी और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इंदरजीत सिंह ने बताया कि कोरोना संकटकाल में यूजीसी व केंद्र सरकार द्वारा अंतिम वर्ष के छात्रों, बैकलॉग के छात्रों की परीक्षाएं कराने के तुग़लकी फ़रमान को वापस लेने, कालेज एवं स्कूलों की छह माह की फ़ीस माफ़ी की मांग को लेकर यूजीसी की गाइडलाइन्स जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई मांग करती है कि झारखंड के सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षा को रद्द कर छात्रों को प्रमोट किया जाए। मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष ओम प्रकाश मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में छात्रों पर आर्थिक संकट आया है। ऐसे में किसी तरह का शुल्क लेना ठीक नही होगा। प्रदेश सचिव अमरजीत सिंह ने कहा कि इस फैसले से लाखों छात्रों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा। सभी छात्रों के स्वास्थ्य पर भी बड़ा खतरा है। प्रदेश महासचिव चिंटू चौरसिया ने कहा कि जब स्कूल कॉलेजो में पढ़ाई ही नही हुई है तो शुल्क किस आधार पर मांगा जा रहा है। ये सरासर गलत है। केंद्र सरकार को फैसला बदलना होगा। इंदरजीत सिंह ने कहा कि छात्रों के स्वास्थ्य को धयान में रखते हुए जल्द से जल्द इस फैसले को वापस ले अन्यथा जब तक यूजीसी और केंद्र सरकार छात्र हित में फैसला नही लेती, तो एनएसयूआई का आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर आरुषि वंदना, ओम मिश्रा, चिंटू चौरसिया, अमरजीत सिंह, केशव कुमार, आकाश रजवार, प्रणव सिंह,अमन यादव, राहुल आदि मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/ विनय-hindusthansamachar.in