स्वर्गीय मुंडा अंतिम वाक्य 'खूब पढ़ना, बड़ा आदमी बनना' हमेशा प्रासंगिक रहेंगेः हेमन्त सोरेन
स्वर्गीय मुंडा अंतिम वाक्य 'खूब पढ़ना, बड़ा आदमी बनना' हमेशा प्रासंगिक रहेंगेः हेमन्त सोरेन

स्वर्गीय मुंडा अंतिम वाक्य 'खूब पढ़ना, बड़ा आदमी बनना' हमेशा प्रासंगिक रहेंगेः हेमन्त सोरेन

रांची, 09 जुलाई (हि.स.) । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पूर्व मंत्री सह तमाड़ विधानसभा के पूर्व विधायक स्वर्गीय रमेश सिंह मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा स्वर्गीय रमेश सिंह मुंडा ने अपने कार्यकाल में गरीब वर्ग के उत्थान के लिए कई कार्य किये थे। जनकल्याण को उन्होंने सदैव प्रमुखता दी थी । आज जरूरत है उनके कार्यों से प्रेरित होकर गरीबों के उत्थान हेतु कार्य करने की। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हमेशा प्रासंगिक रहेंगी उनकी अंतिम बातें मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय मुंडा के अंतिम वाक्य आज भी प्रासंगिक हैं। एस एस हाई स्कूल बुंडू में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में वे बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे।उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं गरीब परिवार और पिछड़े क्षेत्र से आता हूं। पढ़ लिखकर आज यहां तक पहुंचा हूं। पढ़ाई बहुत जरूरी है। पढ़ने.लिखने से समाज में सम्मान मिलता है। आज मैं राजनीति कर रहा हूं। शुरू में असफलता मिली। एक नहीं, दो नहीं, तीन बार चुनाव हारा। लेकिन हिम्मत नहीं हारी। असफलता से मैं तनिक भी विचलित नहीं हुआ। अपने लक्ष्य से कभी पीछे नहीं हटा और अंततः जीत गया। विधायक और मंत्री भी बना। हमें असफल होने पर मंथन करना चाहिए। आखिर क्यों सफलता हाथ नहीं लगी। फिर कमियों को दूर कर आगे बढ़ना चाहिए। सफलता तो मिलेगी ही। छात्रों को उनकी बातों से प्रेरणा लेनी चाहिए। स्वर्गीय रमेश सिंह मुंडा का अंतिम वाक्य था. 'खूब पढ़ना, बड़ा आदमी बनना'। हिन्दुस्थान समाचार /सबा एकबाल / विनय-hindusthansamachar.in

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