डाॅ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे: कोचे मुंडा
डाॅ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे: कोचे मुंडा

डाॅ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे: कोचे मुंडा

खूंटी, 06 जुलाई(हि. स.)। महान शिक्षविद्, चिंतक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर तोरपा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पौधरोपण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। तोरपा स्थित धर्मशाला में आयोजित जयंती समारोह में विधायक कोचे मुंडा, जिला उपाध्यक्ष विनोद भगत, संतोष जायसवाल, मंडल अध्यक्ष संजय नाग सहित कई कार्यकर्ताओ ंने डाॅ मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। मौके पर तोरपा के विधायक कोचे मुंडा ने कहा कि डाॅ मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। 1917 में मैट्रिक और 1921 में उन्होंने स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 1923 में कानून की डिग्री लेने के बाद वे विदेश चले गये। 33 वर्ष की अल्पायु में ही डाॅ मुखर्जी कलकता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गये। विधायक मुंडा ने कहा कि डाॅ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे। मुंडा ने कहा कि डाॅ मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर विभाजन अनुचित है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल के कहने पर वे देश की पहली सरकार में मंत्री बने और उन्हें उद्योग जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया, लेकिन नेहरू की नीतियों का विरोध करते हुए उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। विधायक ने कहा कि हमे डाॅ मुखर्जी के राष्ट्रवाद से प्रेरणा लेनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल / वंदना-hindusthansamachar.in

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