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मारंगहादा के कोने मुंडा हत्याकांड का खुलासा, दोनों आरोपित पुलिस गिरफ्त में

खूंटी, 05 मार्च(हि .स.)। लगभग तीन माह पूर्व मारंगहादा थानांतर्गत कच्चा भूत गांव निवासी कोने मुंडा नामक ग्रामीण की हत्या में शामिल दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में मृतक का सगा भतीजा कच्चा भूत गांव के विजय मुंडा (28) तथा सिंबूकेल गांव के करम सिंह हस्सा (26) शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने में उपयोग में लायी गयी साइकिल को भी बरामद कर लिया है। यह जानकारी खूंटी एसडीपीओ अमित कुमार ने शुक्रवार अपराहन अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी विजय मुंडा ने कुछ माह पूर्व ईसाई धर्म अपना लिया है। विजय मुंडा के ईसाई धर्म अपनाने के बाद दीपावली से पहले उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। इसपर उसकी पत्नी के शव को गांव में स्थित सरना मसना स्थल में दफनाने का यह कहते हुए विरोध किया गया कि अब वह ईसाई धर्म अपना चुका है। इसलिए पत्नी के शव को ईसाई कब्रिस्तान में दफन करे। विरोध करने वालों में उसके बड़े पापा मृतक कोने मुंडा की भूमिका अहम थी। इसी बात पर विजय अपने बड़े पापा से खफा रहता था और आए दिन दोनों में विवाद होता रहता था। इसी बात पर विजय ने ईसाई धर्म मानने वाले अपने दोस्त करम सिंह हस्सा से मिलकर अपने बड़े पापा की हत्या की योजना बनाई। विजय ने पुलिस को बताया कि विगत 26 नवंबर की शाम मृतक कोने मुंडा को गांव में अकेला आता देखकर दोनों ने उसे पकड़ लिया और निर्जन स्थान पर लात घुसा से बुरी तरह पिटाई करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और लाश को छिपाने की नीयत से एक साइकिल में लादकर हितुटोला गांव के पास ले गएए जहां एक कुएं में शव को फेंक दिया। बाद में तीन दिसंबर को उक्त कुएं से पुलिस ने उसकी लाश बरामद की थी। गौरतलब है कि 26 नवंबर से लापता कोने मुंडा की गुमशुदगी का मामला उसके पुत्र दुर्गा मुंडा ने मारंगहादा थाने में दर्ज कराया था। बाद में कुएं से शव मिलने के बाद हत्या का मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की गई। अनुसंधान के क्रम में पुलिस को हत्या में विजय मुंडा की भूमिका संदिग्ध नजर आईए लेकिन विजय घर से फरार था। इसी बीच शुक्रवार सुबह पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर को गुप्त सूचना मिली कि विजय मुंडा अपने गांव आया हुआ है। इस सूचना पर एसपी ने एसडीपीओ अमित कुमार के नेतृत्व में एक छापामार दल का गठन कर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। एसपी के निर्देश पर छापामार टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कच्चा भूत गांव से विजय को गिरफ्तार कर लिया। विजय ने पुलिस को बताया कि हत्या में सिंबूकेल गांव के करम सिंह हस्सा भी शामिल था। इसपर पुलिस ने सिंबूकेल गांव में भी छापामारी कर करम सिंह हस्सा को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल

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