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कोविड-19 का टीका पूर्व में भी सुरक्षित था आज भी सुरक्षित है एवं आगे भी सुरक्षित रहेगा : बन्ना गुप्ता

रांची, 03 फरवरी (हि. स.)। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि मेदांता अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मदन मोहन पांडेय से मिली जानकारी के अनुसार मन्नू पाहन मुंडा (52) जो मेदांता में एंडोस्कोपी विभाग में कार्यरत थे। उन्हें एक फरवरी को कोविशील्ड का पहला टीका मेदांता में लगाया गया था। गुप्ता ने बुधवार को कहा कि उसके आधे घंटे तक उन्हें ऑब्जरवेशन रूम में रखा गया और इस दौरान उन्हें किसी प्रकार की प्रतिकूल शिकायत नहीं थी। उसी बैच नंबर के वायल से नौ और लाभुक व्यक्तियों को टीका लगाया गया था। दो फरवरी को वे सामान्यतः अपने कार्य पर उपस्थित थे और शाम को घर लौटे। रात में वह घर से बाहर निकले और गिर गए। उनके परिजनों के द्वारा उठाकर उन्हें मेदांता अस्पताल लाया गया], जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कोविशील्ड के उसी वायल से शेष नौ लोगों को भी टीका दिया गया वह पूर्णता स्वस्थ है और उन्हें कोई शिकायत नहीं है। डॉ पांडेय से मिली सूचना अनुसार मन्नू पाहन मुंडा के प्रारंभिक हेल्थ रिकॉर्ड से ज्ञात होता है कि वह उच्च रक्तचाप के मरीज थे एवं उनका बीपी और रक्त शर्करा बढ़ा हुआ रहता था। 10 दिन पहले उन्हें श्वास की तकलीफ हुई थी जो स्वतः ठीक हो गई। इनका पोस्टमार्टम एक मेडिकल बोर्ड के द्वारा किया जा रहा है ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके। उन्होंने कहा कि मेदांता अस्पताल में अब तक 351 व्यक्तियों को टीका लगाया जा चुका है जो मन्नू पाहन मुंडा को छोड़कर शेष सभी पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। टीकाकरण से उक्त मृत्यु का संबंध स्थापित नहीं हुआ है तथा स्टेट एईएफआई कमेटी इस मामले में विस्तृत प्रतिवेदन एमओएचएफडब्ल्यू की गाइडलाइंस के आलोक में जांच के बाद शीघ्र उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि आम जनों तथा मीडिया से यह अनुरोध है कि अफवाह अपुष्ट सूचना ना प्रसारित करें। कोविड-19 का टीका पूर्व में भी सुरक्षित था आज भी सुरक्षित है एवं आगे भी सुरक्षित रहेगा। अतः अपनी बारी आने पर कोविड-19 का टीका अवश्य लगाएं। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण-hindusthansamachar.in

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