झारखंड के कृषि मंत्री राज्य के किसानों की चिंता छोड़ दिल्ली में कर रहे हैं नौटंकी: भाजपा
रांची, 02 जनवरी (हि.स.) । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार ने कांग्रेस की बैसाखी पर चलने वाली हेमंत सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर जाने को नौटंकी बताते हुए कहा कि उन्हें झारखंड के किसानों की चिंता नहीं है। प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि कृषि मंत्री पत्रलेख बयान जारी कर कह रहे हैं कि किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी कांग्रेस जबकि झारखंड में उनकी सरकार किसानों के साथ लगातार अन्याय एवं ठगने का काम लगातार कर रही है।धान क्रय केंद्र पर किसानों के साथ क्या हो रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव पूर्व घोषणा की थी कि हमारी सरकार बनी तो किसानों का धान 2500 रुपये प्रति क्विंटल ख़रीदेगी लेकिन आज सच्चाई यह है कि गीला धान के नाम पर सरकारी खरीद रोकी गई जिसके कारण किसान 1000, 1200 रुपये प्रति क्विंटल धान बिचौलियों के पास बेचने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा किसानो के खाते में 5000 प्रति एकड़ कृषि आशीर्वाद योजना के तहत दे रही थी। घड़ीयालु आंसू बहाने वाली हेमंत सोरेन की सरकार और उसके परम सहयोगी कांग्रेस के नेता बादल पत्रलेख पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के किसान कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने में ही पूरा वर्ष लगा दी। सत्ता में आते ही कांग्रेस के कुप्रभाव में चलने वाली हेमंत सरकार अपने वादे से मुकर गयी। राज्य का ख़ज़ाना ख़ाली है। ऐसा विधवा विलाप कर रही है और ये सरकार वादाखिलापी करते हुए राज्य के वित मंत्री रामेश्वर उरावं ने कहा कि नमी वाला धान राज्य सरकार नहीं ख़रीदेगी। उन्होंने कहा कि बेचारे किसान जायें तो जायें कहां। कुल मिलाकर ये एक जनविरोधी और किसान विरोधी सरकार है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण-hindusthansamachar.in