केंद्र सरकार के गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना के तहत झारखंड के तीन जिलों हजारीबाग, गोड्डा और गिरिडीह को चुना गया है।
केंद्र सरकार के गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना के तहत झारखंड के तीन जिलों हजारीबाग, गोड्डा और गिरिडीह को चुना गया है।

केंद्र सरकार के गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना के तहत झारखंड के तीन जिलों हजारीबाग, गोड्डा और गिरिडीह को चुना गया है।

रांची, 02 जुलाई ( हि.स.) केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी के प्रभाव से लाखों की संख्या में घर वापसी कर रहे प्रवासी कामगारों को सशक्त बनाने और उन्हीं के क्षेत्रों और गांवों में आजीविका के अवसर मुहैया करने के लिए 20 जून को प्रधानमंत्री के आह्वान पर गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत देशभर के 06 राज्यों के 116 ऐसे जिलों को चिन्हित किया गया जहां सबसे अधिक प्रवासी मजदूर लौटे हैं। झारखंड के तीन जिलों-हजारीबाग, गोड्डा और गिरिडीह को इसके तहत चुना गया है। हजारीबाग जिले के बड़वार गांव निवासी दिनेश यादव प्रवासी कामगार हैं। ये फिलहाल मरनेगा में काम कर रहे हैं, कहते हैं कि काम चलते रहेगा तो दिक्कत नहीं हैं। इन्हें इस अभियान से काफी उम्मीद है। यहीं के दिलीप यादव की केंद्र सरकार से मांग है कि उन्हें इस योजना के तहत उनके गांव में ही रोजगार दिया जाए। दिलीप इससे पहले महाराष्ट्र में मेकैनिक का काम करते थे। इस अभियान के तहत सामुदायिक स्वच्छता केन्द्र (सीएससी) का निर्माण, मवेशी घरों का निर्माण, ग्राम पंचायत भवन का निर्माण, पोल्ट्री शेड्स का निर्माण, 14वें एफसी कोष के तहत कार्य, बकरी शेड का निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यों का निर्माण, जल संरक्षण और फसल कटाई कार्य, पौधारोपण कार्य, कुओं को निर्माण, ग्रामीण आवासीय कार्यों का निर्माण, बागवानी, जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी), आदि जैसे कई क्षेत्रों में काम हो रहा है। हजारीबाग जिले के दारू प्रखंड के बड़वार गांव निवासी प्रवासी कामगार दशरथ यादव ने गुरुवार को प्रधानमंत्री से निवेदन किया है उन्हें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत उनके गांव में ही रोजगार मिल जाए। अप्पु यादव ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए उम्मीद जताई है कि उन्हें उनके गांव इरगा, हजारीबाग में रोजगार मिल जाएगा। अप्पू लॉकडाउन से पहले मुंबई में काम करते थे। हिंदुस्थान समाचार /विनय/सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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