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20 मार्च तक कारखानों में लगाएं प्रदूषण नियंत्रण उपकरण, वर्ना होगी कार्रवाई : डीसी

रामगढ़, 15 मार्च (हि.स.)। जिला समाहरणालय सभागार में उपायुक्त संदीप सिंह ने सोमवार को जिले के विभिन्न कारखानों के प्रतिनिधियों के साथ प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में बैठक की। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में कराई गई जांच में सामने आया है कि ज्यादातर कारखानों के द्वारा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी दिशानिर्देशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में सभी कारखानों को प्रदूषण नियंत्रण उपकरण कारखानों में लगाने के संबंध में सख्त आदेश दिए गए हैं। इसके बाद भी जिले के सभी कारखानों को 20 मार्च तक का और समय दिया जा रहा है। जिन संस्थाओं द्वारा उक्त तिथि के बाद भी प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में आवश्यक कार्यवाही नहीं की जाएगी। उनके विरुद्ध इंवॉरमेन्टल प्रोटेक्शन एक्ट तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी कारखानों के प्रतिनिधियों से उन्हें प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों को लगाने के संबंध में आ रही दिक्कतों के प्रति चर्चा करते हुए कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण पदाधिकारी को दिए। उपायुक्त ने सभी कारखानों के प्रतिनिधियों को कहा कि सभी कारखानों में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम, ऑनलाइन डिस्प्ले मॉनिटर एवं सभी उपकरणों की केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पोर्टल से टैगिंग अनिवार्य है। इसके साथ ही सभी कारखानों के सीटीओ में दर्शाई गई शर्तों का भी अनिवार्य रूप से पालन किया जाना है। बैठक के दौरान क्षेत्रीय पदाधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण द्वारा सभी कारखानों के प्रतिनिधियों को उनके कारखानों में लगाए जाने वाले प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उपायुक्त द्वारा सभी कारखानों के प्रतिनिधियों को प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के लिए कारखाने में अलग से विद्युत मीटर लगाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने सभी कारखानों के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश दिया कि वे कारखानों से निकलने वाले वेस्ट मटेरियल का निष्पादन कारखाना परिसर के अंदर ही किया जाए। किसी भी हालत में वेस्ट मटेरियल कारखाने के बाहर अथवा अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों में ना डंप किया जाए। प्रत्येक 6 माह में प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों का कैलिब्रेशन कराना होगा। उपायुक्त ने क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रदूषण नियंत्रण को निर्देश दिया कि वे रोस्टर का निर्माण कर जिले के अलग अलग क्षेत्रों में अवस्थित कारखानों का निरीक्षण करें। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी कीर्ति श्री, कार्यपालक दंडाधिकारी सह प्रभारी सामान्य शाखा राहुल वर्मा, कार्यपालक दंडाधिकारी रजनी रेजिना इंदवार सहित अन्य उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश

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