हेमन्त सरकार जल, जंगल और जमीन की लूट में शामिल : राज सिन्हा

Hemant government involved in loot of water, forest and land: Raj Sinha
Hemant government involved in loot of water, forest and land: Raj Sinha

रांची, 13 जनवरी (हि. स.)। झारखंड में वन संरक्षण के क्षेत्र में हेमन्त सरकार को फिसड्डी घोषित करते हुए भाजपा के धनबाद विधायक राज सिन्हा ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के नाम पर चुनाव जीत कर सत्ता पाने वाली कांग्रेस, झामुमो ने झारखंड का अस्तित्व बेचने का कार्य किया है। वन खनिज संपदा की लूट मची है। लूटेरे भी कांग्रेस, झामुमो के लोग हैं। केंदू पत्ता का टेंडर रोक खुद सरकार के पहरेदार वसूली में लगे हैं। इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। राज सिन्हा ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अवैध उत्खनन अपने चरम सीमा पर है। ये अवैध कार्य कार्यकर्ताओं के मनमर्जी से हो रहे हैं। बालू की नीलामी रोक सरकार में शामिल दलों ने कार्यकर्ताओं को कालाबाजारी में लगा दिया है। आम लोगों को चार गुना मूल्य पर बालू खरीदना पड़ रहा है। संथाल परगना में पहाड़ों पर ही क्रशर लगाकर पहाड़ के पहाड़ गायब किए जा रहे हैं। यह सरकार झारखंड की अस्तित्व मिटाने को उतारू है। उन्होंने कहा कि वन संरक्षण के लिए वन विभाग में हजारों हजार की संख्या में बहाली किया जाना है, जिसे हेमंत सरकार ने रोक रखा है। राज्य में पेड़ लगाने की संख्या में भी काफी कमी आई है। सरकार की उदासीनता के कारण वनों की कटाई करते हुए अफीम की खेती की जा रही है। पलामू टाइगर रिजर्व योजना का हाल खस्ता है। लघु वन पदार्थ को बढ़ावा देने के बजाए सरकार मौन खड़ी है। उन्होंने कहा कि पूर्वर्ती की रघुवर सरकार ने वन संरक्षण के लिए जिन योजनाओं को बढ़ाया था उसे हेमंत सरकार ने बंद कर दिया। नदी तालाबों के किनारे पौधरोपण पर रोक, नदियों तालाबों और कैचमेंट एरिया के जमीन अतिक्रमण बढ़ा है। उन्होंने मांग किया कि गैर आदिवासियों को भी वन भूमि पट्टा दिया जाए। उन्होंने कहा कि महा गठबंधन सरकार की नकारात्मक एवं अपरिपक्व रवैया के चलते पर्यावरण लगातार प्रभावित हो रहा है। खदान एवं उत्खनन एरिया में प्रदूषण रोकने के उपाय करने में सरकार विफल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सत्ता में आने से पूर्व जनता के बीच किए गए वादों को पूरा करने का कार्य करे। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण-hindusthansamachar.in

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