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कोडरमा में इंजीनियरिंग कॉलेज भवन बना सरकारी कोविड अस्पताल

03/05/2021 -मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नेे किया ऑनलाइन उद्घाटन कोडरमा, 05 मई (हि. स.)। कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राहत व बचाव के क्रम में अब कोडरमा स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज भवन को सरकारी कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है। बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसका ऑनलाइन उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस सुविधा के बढ़ने से लोगों को इलाज में मदद होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में भी पंचायत स्तर पर क्वारेंटाइन की व्यवस्था जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने इसके लिए पंचायत जन प्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कोडरमा में उपायुक्त रमेश घोलप के अलावा विधायक अमित यादव, विधायक नीरा यादव, जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, डीडीसी आर रौनिटा, सिविल सर्जन डॉ एबी प्रसाद, एसडीओ मनीष कुमार के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। सरकारी कोविड अस्पताल में 110 बेड पूरी तरह ऑक्सीजन युक्त हैं। इसके साथ 140 अन्य बेड बगैर ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए रहेगा। कुल 250 बेड की व्यवस्था इस कोविड अस्पताल में कई गयी है। जरूरत के अनुसार इन बेड की संख्या भविष्य में बढ़ाई जा सकती है। गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों का ऑब्जर्वेशन कर गहन चिकित्सा की जाती है। इसके लिए सरकारी कोविड अस्पताल में इंटेंसिव केयर यूनिट की भी व्यवस्था है। वेंटिलेटर तथा अन्य आधुनिक तकनीकी की सहायता से यहां लोगों का इलाज किया जाएगा। इधर, डोमचांच के कोविड सेंटर का भी इसमें विलय कर दिया गया है। सदर अस्पताल और सरकारी कोविड अस्पताल के मरीजों का इलाज अब डॉक्टर एक ही जगह होने के कारण आसानी से कर पाएंगे। गंभीर मरीजों को सदर अस्पताल से सरकारी कोविड अस्पताल में शिफ्ट करना भी आसान हो जाएगा और समय और संसाधन की भी बचत होगी। इंजीनियरिंग कॉलेज का कैंपस कई एकड़ में फैला हुआ है। जिस नवनिर्मित 4 मंजिला भवन को कोविड अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है वहां कुल 102 कमरे, 2 बड़े हॉल एवं एक बड़ा हॉल के साथ संलग्न मेस भी है लेकिन प्रस्तावित बेड के अनुसार ही जगहों का उपयोग किया जा रहा है। चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ एवं सरकारी कर्मियों के लिए ड्यूटी के अनुसार यहां रहने की भी व्यवस्था रहेगी। यहां सभी कर्मी रात्रि में भी चौबीसों घंटे रहकर कार्य कर सकेंगे। बड़े परिसर होने के कारण यहां अनेक बिल्डिंग है। आमजनों को हॉस्पिटल भवन खोजने में दिक्कत ना हो इसलिए प्रवेश द्वार से ही हॉस्पिटल तक पहुंचने के लिए जगह जगह रास्ते में तीर निशान के साथ-साथ साइनेज लगाया गया है। कोविड हॉस्पिटल के बाहर आगंतुकों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क की ब्यवस्था की गयी है। अस्पताल के प्रबंधन और संचालन के लिए उप विकास आयुक्त आर रोनिटा को वरीय नोडल पदाधिकारी और डॉ शरद को उनके सहायतार्थ नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। कोविड हॉस्पिटल के एक जगह रहने से एकीकृत ब्यवस्था रहेगी। सभी चिकित्सक भी एक ही जगह उपलब्ध रहेंगे। इससे चिकित्सकों की संख्या पर्याप्त रहेगी और जरूरत पड़ने पर इसकी संख्या और भी बढ़ायी जाएगी। वहीं, जिले में ऑक्सीजन बेड की संख्या में वृद्धि करने के लिए सदर हॉस्पिटल में भी 20 ऑक्सीजन सपोर्टेड पाइप लाइन युक्त बेड की शुरूआत की गयी है। हिन्दुस्थान समाचार/ संजीव/चंद्र

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