dr-nilotpal-ramesh-a-hindi-teacher-from-ramgarh-got-a-grant-of-40-thousand-from-the-bihar-government
dr-nilotpal-ramesh-a-hindi-teacher-from-ramgarh-got-a-grant-of-40-thousand-from-the-bihar-government

रामगढ़ के हिंदी शिक्षक डॉ.नीलोत्पल रमेश को बिहार सरकार से मिला 40 हजार का अनुदान

रामगढ़, 30 जून (हि.स.)। जिले के हिंदी शिक्षक डॉ निलोत्पल रमेश को बिहार सरकार ने 40 हजार रुपए का अनुदान दिया है। जिले के पतरातू प्रखंड अंतर्गत ओपी जिंदल स्कूल के हिंदी शिक्षक और प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नीलोत्पल रमेश उर्फ डॉ.रमेश प्रसाद सिंह को मंत्रिमंडल सचिवालय (राजभाषा) विभाग के द्वारा 'हिंदी पांडुलिपि प्रकाशन अनुदान' - 2020-21 के लिए अनुदान राशि दी गई है। यह अनुदान राशि उनकी समीक्षा पुस्तक 'कसौटी के दायरे में' के लिए मिली है। इनकी अब तक देश की लगभग सभी महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में लगातार कविताएं, समीक्षाएं और कहानियां प्रकाशित होती रही हैं। इनकी कविता पुस्तक 'मेरे गांव का पोखरा' पिछले वर्ष ही प्रकाशित हुआ था, जो काफी चर्चित रहा। इन्होंने कई पुस्तकों का संपादन भी किया है जिनमें प्रमुख हैं - शाल वन की धारा से (झारखंड के 51कवियों की कविताएं), कसौटी पर कविताएं' (25 कवि और 25 आलोचक) और 'बारूद की फसलें' (गीत-गजल संग्रह)। डॉक्टर निलोत्पल रमेश फिलहाल डायमंड पॉकेट बुक्स, नई दिल्ली की चार योजनाओं पर काम कर रहे हैं। इनकी इस उपलब्धि पर ओपी जिंदल स्कूल की प्राचार्या डॉ.श्वेता मलानी सहित विद्यालय अनेक शिक्षकों ने बधाई दी है। देश के जाने-माने साहित्यकारों ने भी इन्हें बधाई दी हैं। इनमें प्रसिद्ध कथाकार जयनंदन, कवि-कथाकार नीरज नीर, चंद्रिका ठाकुर 'देशदीप', प्रसिद्ध कवि शिरोमणि महतो, कवि राजेश दुबे, कवि हरेंद्र कुमार, गीत- गज़लकार सरोज झा 'झारखंडी', कवयित्री अनिता रश्मि, सत्या शर्मा 'कीर्ति', रामचंद्र असीत, संजय राठौर, 'बिद्रोही', अमरेंद्र सुमन, पंकज साह आदि शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in