जिले के 128 सरकारी स्कूल बनेंगे लीडर स्कूल:जिला शिक्षा पदाधिकारी
पाकुड़, 04जुलाई(हि.स.)। राज्य सरकार तथा स्कूली एवं साक्षरता विभाग ने नीजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों को एक नई पहचान देने की पहल की है। इसके तहत जिले के सभी 128 पंचायतों के व नगर के चयनित एक एक स्कूलों की सूची भेज दी गई है। यह जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी ने शनिवार को दी।उन्होंने बताया कि इसके तहत स्कूल भवन, विशेषज्ञ शिक्षक, छात्र- शिक्षक अनुपात, स्मार्ट क्लास, लैब व पुस्तकालय सहित लर्निंग आउटकम की बेहतर व्यवस्था की जाएगी।जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों को गुणवत्तापूर्ण रूप से विकसित करना है। पठन पाठन को लेकर लीडर स्कूलों में एक आदर्श शैक्षणिक वातावरण तैयार किया जाएगा। ताकि बाकी स्कूलों के मुकाबले उसकी एक अलग पहचान बन सके। इन स्कूलों में भी बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी।साथ ही उन्होंने बताया कि सभी लीडर स्कूलों को एक वर्ष के अंदर ब्रोंज व सिल्वर मेडल लेना अनिवार्य होगा।जिसके आकलन के लिए विभिन्न पैमाने तय किए गए हैं।उन पैमानों के मद्देनजर इनमें पायी जाने वाली कमियों को स्कूल के अलावा जिला व मुख्यालय स्तर से दूर किया जाएगा। साथ ही बताया कि लीडर स्कूलों में पहली से बारहवीं तक की पढ़ाई होगी।जिनमें छात्र छात्राओं की संख्या निर्धारित रहेगी और उसी अनुपात में शिक्षक भी होंगे। इन स्कूलों में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी।साथ ही प्रत्येक महीने टेस्ट परीक्षा होगी।जिसमें बेहतर करने वाले छात्र छात्राओं के साथ ही संबंधित विषयों के शिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा। वहीं जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानंद झा के मुताबिक सरकार इसका उद्देश्य नीजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों को खड़ा करना ही है। हिन्दुस्थान समाचार/ कुमार रवि /सबा एकबाल-hindusthansamachar.in