नई शिक्षा नीति मशीन नहीं मनुष्य निर्माण की नीति है :दीपक प्रकाश
नई शिक्षा नीति मशीन नहीं मनुष्य निर्माण की नीति है :दीपक प्रकाश

नई शिक्षा नीति मशीन नहीं मनुष्य निर्माण की नीति है :दीपक प्रकाश

रांची, 30 जुलाई ( हि.स.)भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने गुरुवार को ऑनलाइन प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश भारतीय जनता पार्टी केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई शिक्षानीति 2020 का स्वागत और अभिनंदन करती है। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवम शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जी का आभार प्रकट करते हुए साधुवाद देती है।कहा कि यह नीति भारतीय संस्कृति, गौरवशाली इतिहास की नींव पर आधारित यह नीति सर्व स्पर्शी और सर्व समावेशी है। इसमे प्राचीनता और नवीनता का सम्मिश्रण है जिसे मैकाले पद्धति से समाप्त करने की कोशिश की गई थी।इसमें राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों का समावेश है,राष्ट्रीय एकात्मता को मजबूत करने वाला माटी की सुगंध से युक्त नीति है। उन्होंने कहा कि विज्ञान के साथ कला और संगीत को जोड़ा गया है। अब विज्ञान और तकनीक से जुड़े विद्यार्थी भी कला की शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कक्षा 5 तक की शिक्षा को क्षेत्रीय भाषाओं में अनिवार्य करने से जनजाति एवम क्षेत्रीय भाषाओं के विकास एवम इसमे नए अवसर उपलब्ध होंगे।तीन दशक के बाद बहु प्रतीक्षित नई शिक्षा नीति का स्वप्न अब साकार हुआ है। यह देश भर से प्राप्त 2 लाख से अधिक सुझाओं पर आधारित एक बेहतरीन शिक्षानीति है।कक्षा 6 से ही बच्चों में प्रकृति प्रदत्त हुनर कौशल को विकसित करने की दृष्टि से वोकेशनल एजुकेशन से जोड़ने का प्रावधान किया गया है। इसके पूर्व बुनियादी शिक्षा ,प्राथमिक शिक्षा केलिये व्यावहारिक और युगानुकूल बदलाव किए गए हैं। उन्होंने कहा कि लंबे विचार विमर्श के बाद बोर्ड एग्जाम के स्ट्रक्चर को 10+2 के जगह 5+3+3+4 किया गया है।नए करिकुलम में तीन स्तर पर असेसमेंट निर्धारित है जिसमे छात्र के स्वयम का,उसके साथी का,और तीसरा अध्यापक का असेसमेंट शामिल है।इससे समाज जीवन मे सम्मान का भाव बढ़ेगा। प्रकाश ने कहा कि इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षा में 3.5करोड़ नए सीट बढ़ाने का प्रावधान शिक्षा बजट को जीडीपी के 6 प्रतिशात तक बढ़ाने की बात है।शिक्षकों के पाठ्यक्रम, नामांकन की प्रक्रिया में भी व्यावहारिक बदलाव किये गए हैं। कहा कि विभिन्न विद्यालयों एवम विश्वविद्यालयों नामांकन केलिये एकीकृत परीक्षा का प्रावधान किया गया है। कहा कि भारत सरकार के शिक्षा सचिव अमित खरे को भी बधाई देते हुए कहा कि उनका झारखंड से गहरा नाता है।उन्होंने नई नीति बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। हिंदुस्थान समाचार /विनय/ सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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