झारखण्ड में लेबर कोड , बिजली संशोधन बिल और जनविरोधी बजट की प्रति का किया गया दहन
रांची, 03 फरवरी (हि.स.)। पूरे झारखंड में लेबर कोड, बिजली संशोधन बिल और जन विरोधी बजट की प्रति का दहन किया गया। सीटू के अध्यक्ष मिथिलेश सिंह ने बुधवार को बताया कि श्रम सुधारों के नाम पर मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश के तहत भाजपा सरकार की ओर से 4 नये श्रम कोड लाया गया है। विद्युत अधिनियम में जनविरोधी संशोधन करने , राष्ट्रीय सम्पत्ति का निजीकरण करने और किसान विरोधी कानूनों को लागू करने के खिलाफ तथा गरीबों को आर्थिक व राशन की सहायता अविलम्ब उपलब्ध कराये जाने की मांगों को लेकर ट्रेड यूनियनों के देशव्यापी संयुक्त आह्वान पर पूरे झारखण्ड में विशेषकर औद्योगिक क्षेत्रों में लेबर कोड और जनविरोधी बजट का दहन किया गया। कोयला , इस्पात , सीटू राज्य मुख्यालय को प्राप्त अब तक की सूचना के अनुसार तांबां , बॉक्साइट और पत्थर की खदानों , कोलियरियों , कार्यालयों जैसे कार्यस्थलों पर बड़ी संख्या में मजदूरों ने इकट्ठा होकर लेबर कोड कानून का दहन किया । इसके अलावा निर्माण , परिवहन , बैंक , बीमा और विभिन्न परियोजनाओं में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम रांची , रामगढ़ , हजारीबाग , कोडरमा , धनबाद , बोकारो , लोहरदगा , पाकुड़ , साहेबगंज और पूर्वी सिंहभूम जिले में आयोजित किया गया । लगभग 400 स्थानों पर 30 हजार से ज्यादा कामगारों ने इसमें हिस्सा लिया । सीटू की झारखण्ड राज्य कमिटी ने इस देशव्यापी विरोध दिवस को झारखण्ड में प्रभावी ढंग से लागू किये जाने के लिये राज्य के मजदूर वर्ग को बधाई दी है। साथ ही आगामी बड़े आंदोलन के लिये तैयारियों को और तेज करने का आह्वान किया है। हिन्दुस्थान समाचार/ विकास-hindusthansamachar.in