राज्य की जनता को असुरक्षित कर लूटने में लगी है गठबंधन की सरकार : बाबूलाल मरांडी
गुमला, 19 फरवरी (हि.स.)। पैसा व परिवार की राजनीति करने वाली झामुमो, कांग्रेस व राजद की गठबंधन सरकार राज्य की जनता को असुरक्षित कर लूटने में लगी हुई है। जनता की तकलीफ दूर करने के बजाय बालू घाटो से अवैध वसूली, ट्रांसफर-पोस्टिंग द्वारा यह सरकार पैसा उगाही में लगी हुई है। यह बातें शुक्रवार को राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने घाघरा के हाईस्कूल मैदान में प्रखंड भाजपा द्वारा आयोजित आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। मरांडी ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य के विकास के लिए कई काम किये। सड़क,पुल-पुलिया, बिजली, शिक्षा सहित सभी सुविधाएं दी। जनता की सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किये गये। मगर झामुमो, कांग्रेस व राजद की गठबंधन सरकार के आते ही राज्य की बहू बेटियां आज खूद को असुरक्षित महसूस कर रही है। आदिवासी अत्याधिक प्रताड़ित हो रहे हैं। राज्य में 400 से अधिक दलित बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ। राज्य में पुलिस बल की कमी नहीं है। 80 हजार की संख्या वाली पुलिस अपराध रोकने में अक्षम साबित हुई है। महागठबंधन की सरकार में जनता पूरी तरह असुरक्षित है। भ्रष्टाचार चरम पर है । जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए 10 हजार रुपये घूस लिए जा रहे हैं । ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसा लेने से गरीबों की आवाज नहीं सुनी जा रही है। थाना ब्लॉक सभी जगह घूसखोरी बढ़ी हुई है । गुमला से अधिकतर मां बहने काम के लिए बाहर जाती है। इस विकास विरोधी, आदिवासी और गरीब विरोधी सरकार को उखाड़ फेकने के लिए जनता लड़ने के लिए तैयार रहे। श्री मरांडी ने कहा कि यह सरकार आदिवासियों को तोड़ने के लिए तरह-तरह की षडयंत्र कर रही है । सरना कोड के नाम पर आदिवासी समाज के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है । कोरोना काल मे मोदी सरकार ने गरीबों के खाते में सीधा पैसा भेजने का काम किया। जबतक नयी फसल नहीं आ गयी तबतक उन्हे खाने के लिए अनाज मुहैया कराया गया। मोदी सरकार ने गांव गांव में शौचालय रसोई गैस, आयुष्मान, भारत स्वास्थ्य योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य लाभकारी योजनाओं के माध्यम से सबका साथ सबका विकास के अपने वादों को पूरा किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आदिवासी समाज को राम का नाम लेने से रोक रहे हैं। उनसे कहा जाता रहा है कि तुम हिन्दू नहीं हो। जबकि आदिवासी सनातनी हिंदू है। उनका राम और हनुमान से बड़ा घनिष्ठ संबंध है । सीता हरण के बाद आदिवासियो ने हनुमान जी के साथ माता सीता की खोज मे लंका तक की यात्रा की थी। कार्यक्रम को सांसद सुदर्शन भगत, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, रांची की मेयर आशा लकड़ा ने भी संबोधित करते हुए राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा। हिन्दुस्थान समाचार / हरिओम