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नागर विमानन सचिव ने देवघर एयरपोर्ट का निरीक्षण किया

देवघर, 22 जनवरी(हि. स.)। झारखण्ड सरकार (नागर विमानन) के सचिव के रवि कुमार शुक्रवार को देवघर पहुंचे। निर्माणाधीन देवघर एयरपोर्ट पर उपायुक्त , अनुमंडल पदाधिकारी व वरीय अधिकारियों ने बुके देकर उनका स्वागत किया। सचिव (नागर विमानन) एयरपोर्ट परिसर में पूर्ण हो चुके और वर्तमान में चल रहे कार्यों का निरीक्षण कर वास्तुस्थिति से अवगत हुए। साथ हीं निरीक्षण के क्रम में उन्होंने टर्मिनल भवन, एटीसी टावर, फायर स्टेशन, पावर स्टेशन, ऐयरपोर्ट स्टेशन के चहारदिवारी के पूर्ण हो चुके कार्यों का जायजा लिया गया। इसके अलावे हवाई अड्डा परिसर में बिजली, पानी, संचार सेवा, पुलिस पोस्ट, ड्रेनेज सिस्टम एवं अन्य सुविधाओं को लेकर एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ हीं पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि एयरपोट का प्रारूप बाबा मंदिर, पारसनाथ मंदिर, बासुकीनाथ मंदिर के अलावा अन्य पर्यटन स्थलों को ध्यान में रखते हुए तैयार करें। इसके अलावे निरीक्षण के क्रम में उन्होंने एयरपोर्ट परिसर के आसपास रह रहे ग्रामीणों को लेकर संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि ग्रामीणों को समस्या का सामना न करना पड़े, इसका विशेष रूप से ध्यान रखें। साथ हीं प्राथमिकता के आधार पर स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार से जोड़ें। इसके लिए स्कील डेवलपमेंट से जुड़े कार्यों को तवज्जो दें, ताकि लोगों को एयरपोर्ट के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा सके। पत्रकारों को संबोधित करते हुए सचिव (नागर विमानन) के रवि कुमार ने कहा कि बाबा की नगरी देवघर में हर साल करोड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं। पर्यटन और आध्यात्म के दृष्टिकोण से यह स्थान काफी महत्वपूर्ण है। अभी तक यहां आने के लिए रेल मार्ग और सड़क मार्ग ही एक मात्र विकल्प हुआ करता था। कोरोना के कारण कार्य में थोड़ा विलंब हुआ है लेकिन जल्द ही हवाई सेवाएं शुरू हो जायेंगी। देवघर एयरपोर्ट 657 एकड़ भूमि में फैला होगा और इसका टर्मिनल भवन 5130 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में बनाया जा रहा है। 2500 मीटर लंबे रनवे के साथ ये एयरपोर्ट एयरबस 320 आदि विमानों के ऑपरेशन के लिए बिल्कुल उपयुक्त रहेगा। टर्मिनल बिल्डिंग में छह चेक-इन काउंटर होंगे, एक आगमन प्वाइंट और भीड़भाड़ की स्थिति में 200 यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। एयरपोर्ट का डिजाइन पर्यावरण के अनुकूल और अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस होगा। टर्मिनल बिल्डिंग का डिजाइन बाबा बैद्यनाथ मंदिर के शिखर से प्रेरित होगा। एयरपोर्ट के अंदर स्थानीय आदिवासी कला, हस्तशिल्प और स्थानीय पर्यटन स्थलों की तस्वीरें दिखाई जाएंगी, जो इस क्षेत्र की संस्कृति को दर्शाती है। हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्र विजय-hindusthansamachar.in

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