केंद्र की मजदूर और किसान विरोधी नीति के खिलाफ 9 अगस्त को होगा हल्ला बोल
केंद्र की मजदूर और किसान विरोधी नीति के खिलाफ 9 अगस्त को होगा हल्ला बोल

केंद्र की मजदूर और किसान विरोधी नीति के खिलाफ 9 अगस्त को होगा हल्ला बोल

रामगढ़, 30 जुलाई (हि.स.) । भारत सरकार की मजदूर और किसान विरोधी नीति के खिलाफ नौ अगस्त को भाकपा माले हल्ला बोल कार्यक्रम आयोजित करेगी। इस कार्यक्रम की सफलता को लेकर पार्टी नेताओं की बैठक गुरुवार को आयोजित हुई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय मंजूर भवन में किसान समन्वय संघर्ष समिति की बैठक अखिल भारतीय किसान महासभा के सचिव पूरण महतो की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य रूप से अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव सह किसान समन्वय संघर्ष समिति झारखंड के संयोजक महेन्द्र पाठक, झारखंड राज्य किसान सभा के सुफल महतो, सुजीत सिन्हा, अखिल भारतीय किसान महासभा के अध्यक्ष हिरा गोप, अखिल भारतीय किसान सभा के मंगल ओहदार, किसान संग्राम समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र गोप, शाहिद अंसारी, एआईवाईएफ के सचिव विष्णु कुमार सहित कई लोग मौजूद थे। बैठक में वक्ताओं ने लॉक डाउन के दौरान भूख और आर्थिक तंगी से हुई मजदूरों की मौत पर संवेदना जताई। बैठक को संबोधित करते हुए महेन्द्र पाठक ने कहा कि इस आंदोलन को ऐतिहासिक बनाना है, जिस तरह से केन्द्र कि मोदी सरकार लॉक डाउन के बहाने कोविड-19 महामारी के समय किसानों की जमीन हड़प रही है। किसान विरोधी अध्यादेशों को लागू कर रही है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों को कौड़ी के भाव में किसानों के खेत खलिहान को बेच रही है। देश के सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण किया जा रहा है, जिस तरह आम जनता ने 9 अगस्त 1942 को अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था, वैसा ही आंदोलन इस 9 अगस्त को शुरू होगा। बैठक को किसान समन्वय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय नेता राजाराम सिंह ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिषद की फैसले को गांव-गांव तक ले जाना है। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सभी जिलों के प्रभारी, प्रमंडलीय प्रभारी 9 अगस्त को अगस्त क्रांति के अवसर पर किसान विरोधी नीतियों के विरोध में जन जन तक आंदोलन को पहुंचाने के लिए कार्य करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/ अमितेश/ वंदना-hindusthansamachar.in

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