
देवघर, 25 जुलाई(हि. स.) । उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने देवघर व मधुपुर प्रखण्ड अंतर्गत मनरेगा योजना के तहत तीन महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी योजना यथा-नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना एवं वीर शहिद पोटो हो खेल विकास योजना का निरीक्षण कर वास्तुस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा देवघर प्रखंड के चरकी पहाड़ी गांव के 20 एकड़ भूमि, सारवा प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत घोरपरास में 12 एकड़ भूमि एवं कुसमहा पंचायत के बिसनपुर गांव में 2 एकड़ भूमि में पौधा रोपो अभियान की शुरुआत की गई। उपायुक्त ने ’’पानी रोको पौधा रोपो’’ अभियान की शुरुआत करते हुए इस संदर्भ में लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से हम अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दे सकेंगे और जल एवं मृदा संरक्षण के कार्यों से गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में हीं रहेगा। इससे हम जिले के प्रत्येक गांव एवं टोला में वर्षा जल का संरक्षण कर भूजल को रिचार्ज करने में सफल हो सकेंगे। इसके तहत पंचायतवार लक्ष्य की अभिप्राप्ति हेतु इस अभियान का नियमित अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करने हेतु संबंधित अधिकारियों को उपायुक्त ने आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया है। उपरोक्त उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु प्रत्येक पंचायत में औसतन 200 हेक्टेयर (500 एकड़) अपलेण्ड पर टीसीबी फिल्ड बंडिंग का कार्य इस वितीय वर्ष में सम्पादित किया जाना है। इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गांव में टोला में कम से कम 5 योजनाएं संचालित किया जाना है। सबसे महत्वपूर्ण इन योजना के तहत ग्रामीणों को फलदार वृक्ष लगाने व उसकी देखभाल करने संबंधी रोजगार मिलेगा। साथ हीं इसमें बुजुर्गों और विधवा महिलाओं को प्राथमिकता दी जायेगी, ताकि उनके लिए भी रोजगार उपलब्ध हो सके। इस योजना के जरिये सरकार सड़क किनारे, सरकारी भूमि, व्यक्तिगत या गैर मजरुआ भूमि पर फलदार पौधा लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करेगी। इन पौधों की देखभाल की जिम्मेवारी ग्रामीणों की होगी। अगले पांच साल तक पौधों को सुरक्षित रखने के लिए सहयोग मिलेगा। उन्हें पौधों का पट्टा भी दिया जायेगा, जिससे वे फलों से आमदनी कर सकें। पौधारोपण के करीब तीन साल बाद प्रत्येक परिवार को 50 हजार रुपये की वार्षिक आमदनी होगी। साथ ही फलों की उत्पादकता बढ़ने की स्थिति में फलों को प्रसंस्करण व उसके बाजार उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी। इसके अलावे उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि मधुपुर अंतर्गत कुल 18 पंचायतों के 41 गांव में 82 लाभुकों के 80 एकड़ भूमि पर बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत बागवानी योजना का क्रियान्वयन कराया जा रहा है जिसमें आम के दो नस्ल आम्रपाली एवं मल्लिका का पौधा लगाया जाएगा इस योजना में जितनी भी खाद पौधा पेस्टिसाइड की आवश्यकता होगी । वह विभाग के स्तर से उपलब्ध कराया जाएगा एवं साथ ही लाभुकों को योजना में किए गए कार्य का मजदूरी भुगतान भी कराया जाएगा। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने अनुमंडल कार्यालय मधुपुर का भी अवलोकन किया। इस उप विकास आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल, अनुमंडल पदाधिकारी, मधुपुर योगेंद्र प्रसाद, डीआरडीए निर्देशक नयन तारा केरकेट्टा, परियोजना पदाधिकारी विशम्बर पटेल, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एवं संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थें। हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्र विजय/ सबा एकबाल-hindusthansamachar.in