पैंथर्स का एजेंडा जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन है न कि जम्मू को अलग करना
पैंथर्स का एजेंडा जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन है न कि जम्मू को अलग करना

पैंथर्स का एजेंडा जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन है न कि जम्मू को अलग करना

जम्मू, 24 अक्टूबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के संस्थापक प्रो. भीम सिंह ने जम्मू प्रेस क्लब में वार्तालाप के दौरान कहा कि पैंथर्स का एजेंडा जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन है न कि जम्मू को अलग करना। उन्होनें कहा कि पैंथर्स पार्टी का गठन 1982 में जम्मू-कश्मीर के भावनात्मक एकीकरण को मजबूत करने के मिशन के साथ किया था। उन्होंने कहा कि 2008 में नई दिल्ली में आयोजित तीन-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी ने राज्य में जनमत जुटाने और संसद की सहमति के लिए प्रस्ताव पारित किया था कि जम्मू-कश्मीर को दो प्रांतीय सरकारों और विधानसभाओं के साथ पुनर्गठित किया जाना चाहिए ताकि प्रत्येक प्रांत में श्रीनगर और जम्मू में पूरे वर्ष के लिए अपना स्थायी सचिवालय हो। वर्तमान में छह महीने के लिए सचिवालय ग्रीष्मकाल में श्रीनगर और शीतकाल में जम्मू स्थानांतरित होता, जिस पर एक वर्ष में पूरे साजोसामान के साथ सचिवालय के दो बार दरबार मूव में 10 करोड़ रुपये से अधिक लागत आती है। उन्होंने कहा कि राज्य के पुनर्गठन के बाद सचिवालय को स्थानांतरित करने और फिर से स्थानांतरित करने के दरबार मूव की परम्परा खत्म हो जाएगी, जिससे दोनों प्रांतों के निवासियों को सचिवालय का दौरा करना आसान होगा। प्रो. भीम सिंह ने घोषणा की कि इस प्रस्ताव में यह भी शामिल है कि जम्मू प्रांत में सरकारी नौकारियां जम्मू के निवासियों को मिलेगी और इसी तरह कश्मीर प्रांत में कश्मीर के निवासियेां को मिलेंगी। उन्होंने कहा कि 2011 में जम्मू में आयोजित पैंथर्स सम्मेलन में भी सर्वसम्मति से घोषणा को मंजूरी दी गई थी। यह भी स्पष्ट किया गया था कि प्रांतीय विधानसभाओं को कश्मीर घाटी और जम्मू प्रांत दोनों में स्थापित किया जाएगा, ताकि नेतृत्व संकट न हो। दो प्रांतीय विधानसभाओं का जम्मू और श्रीनगर दोनों में हर साल एक संयुक्त सत्र होगा, ताकि आपसी अंतर, प्रांतीय समस्याओं व मुद्दों को सुलझाया जा सके। इस संवाददाता सम्मेलन में प्रो. भीम सिंह के साथ पार्टी के उपाध्यक्ष पी.के. गंजू, मोहम्मद इकबाल चौधरी, सलाहकार एडवोकेट बंसीलाल शर्मा, महासचिव कु. अनीता ठाकुर इत्यादि भी शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार/मोनिका/बलवान-hindusthansamachar.in

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