जिलाभर में 74वां स्वतंत्रता दिवस कोविड-19 के चलते सावधानी पूर्वक मनाया गया
जिलाभर में 74वां स्वतंत्रता दिवस कोविड-19 के चलते सावधानी पूर्वक मनाया गया

जिलाभर में 74वां स्वतंत्रता दिवस कोविड-19 के चलते सावधानी पूर्वक मनाया गया

उधमपुर, 15 अगस्त (हि.स.)। जिलाभर में 74वां स्वतंत्रता दिवस कोरोना महामारी के चलते सावधानीपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए तथा आयोजित परेड़ की सलामी ली गई। वहीं उधमपुर में 74वां स्वतंत्रता दिवस कोरोना महामारी के चलते सावधानी पूर्वक मनाया गया। मुख्य समारोह काॅलेज मैदान में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उधमपुर के जिलाधीश डाॅ.पीयूष सिंगला मुख्य अतिथि थे, जिन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया व परेड़ की सलामी ली। इस बार सिर्फ सात टुकड़ियां जिनमें पुलिस लाइन उधमपुर, शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी, होमगार्ड तथा केंद्रीय रिजर्ब पुलिस की टुकडियां शामिल थीं, ने परेड़ में भाग लिया। वहीं इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए किसी भी स्कूल व काॅलेज को परेड़ में शामिल नहीं किया गया और न ही सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए। वहीं आज मुख्य समारोह में आम लोगों को भी नहीं शामिल होने दिया गया जबकि उन्हीं लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने इजाजत दी गई जिनको प्रशासन द्वारा कार्ड उपलब्ध करवाए गए थे। वहीं मुख्य समारोह में इस बार पहले से रिकार्डिड सांस्कृतिक कार्यक्रम एक बडी स्क्रीन के जरिए दिखाए गए। इस अवसर पर जिलाधीश ने बोलते हुए कहा कि हम सबको एक लंबे संघर्ष के उपरांत औपनिवेशिक शासन से यह आजादी प्राप्त हुई है। स्वतंत्रता दिवस न केवल एक राष्ट्रीय दिवस है बल्कि यह एक ऐसा महत्वपूर्ण दिवस है, जिसने हमारी विविधताओं को एक धागे में बांधा हुआ है। इस प्रकार, यह दिन हमारे महान राष्ट्र की विविधता में एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है, जिन्होंने हमारी मातृभूमि की गरिमा और स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। यह दिन हमें उन सभी को एक समृद्ध और सम्मानजनक श्रद्धाजंलि देने का अवसर भी प्रदान करता है। सिंगला ने कहा कि वर्तमान सरकार उपराज्यपाल के मार्ग दर्शन में, विकास और समृद्धि के गौरवशाली मार्ग पर जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का नेतृत्व करने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इस समय जिले में कई प्रमुख विकास परियोजनाएं चल रही हैं जिनमें देविका प्रोजैक्ट, राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44,एनएच-244) परियोजनाएं, डिजिटल भूमि प्रबंधन कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन केंद्र मानतलाई, उधमपुर में मेडिकल कॉलेज और डिग्री कॉलेज, जल जीवन मिशन प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि इस समय तक कई प्रमुख परियोजनाओं को पूरा उन्हें जनता को समर्पित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि ये परियोजनाएं जिले को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने आम जनता के लाभ और सेवाओं के प्रभावी वितरण के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह विचार सांझा कर गर्व महसूस हो रहा है कि हमारी पहल को यू.टी और भारत सरकार द्वारा बहुत सराहा गया है और इसके लिए हमें राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार ने गाँव में कार्यक्रम अर्थात बी2वी-1 और बी2वी-2 का आयोजन जमीन पर बुनियादी ढाँचे और लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं का आकंलन करने के लिए किया। इस संबंध में पंचायत वाइज, क्षेत्र वाइज,सैक्टर वाइज मांगों को जिला स्तर पर रखा जा रहा है और इन मांगों को पूरा करने के लिए प्राथमिकता के तौर पर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी तरह भारत सरकार का आउटरिच कार्यक्रम को जम्मू-कश्मीर में लांच किया गया, जिसमें 06 केंद्रीय मंत्रियों ने 06 स्थानों का दौरा किया और उधमपुर जिले के विकास के लिए पी.आर.आई, बीडीसी अध्यक्षों, आम जनता के साथ बातचीत की और जमीनी स्थिति का आकंलन किया। इस दौरान मंत्रियों ने आश्वासन दिया कि जिला उधमपुर को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए नए उद्योगों की स्थापना, सड़क संपर्क, पर्यटन सर्किट शुरू किए जाएंगे। इसके लिए कई विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया और कुछ कार्यों का शिलान्यास भी किया गया है। जिला प्रशासन भी जनता के मुद्दों को तुरंत हल करने के लिए जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में लोक शिकायत निवारण शिविर आयोजित कर रहा है। वहीं उन्होंने जीविका परियोजना के बारे में बताते हुए कहा कि जीविका परियोजना की पहल से किसानों की आजीविका को बढ़ाया गया, जिससे उनकी आय में कई गुना वृद्धि दर्ज की गई। इस परियोजना के तहत जिले की सभी पंचायतों में मनरेगा के साथ 250 तालाबों का निर्माण किया जा रहा है और लगभग 80 तालाब बन चुके हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान जहां अच्छी तरह से स्थापित व्यवसाय अच्छे रिटर्न देने में विफल रहे हैं, लेकिन जीविका योजना ने उद्यमियों के चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान लाई है क्योंकि उन्हें अपनी उपज का अच्छा मूल्य मिल रहा है। जिलाधीश ने बताया कि उधमपुर जिले में किसान परिवारों की कुल संख्या 65,208 है। जिनमें अंडर (पी.एम-किसान)योजना के अंतर्गत योग्य किसानों की कुल संख्या 55,733 है। अभी तक केसीसी लिंक के जरिए पीएम किसान से 48,143 किसान ही जुड़े हैं। उनका कहना था कि 100 प्रतिशत केसीसी से जुड़ने हेतु एक विशेष किसान पखवाडा 7 जुलाई से 21 जुलाई 2020 तक चलाया गया, जिसके तहत 15,113 नए केसीसी जारी किए गए। सिंगला ने कहा कि बागवानी और कृषि क्षेत्र में, मुख्य ध्यान जैविक खेती और एकीकृत खेती पर है। वहीं पशुपालन विभाग ने डेयरी विकास के लिए नई योजनाएं शुरू की हैं। जिनमें एकीकृत डेयरी विकास योजना, राष्ट्रव्यापी कृत्रिम बिजाई तथा किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड। उन्होंने कहा कि हालांकि सकून-ए-आवाम ऐप, के तहत राहत 15 दिनों के भीतर वितरित की जाएगी, जबकि पहली व्यवस्था में मैनुअल सिस्टम में राहत को वितरित करने में महीनों लग जाते थे। जिलाधीश डाॅ.पीयूष सिंगला ने देविका परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतिष्ठित परियोजना का कार्य पूरे जोरों पर है और अब तक है लगभग 32 कि.मी. लंबी सीवरेज पाइप लाइन बिछाई गई है और 700 मेन होल का निर्माण किया गया है। इसके अलावा देविका घाटों का सौंदर्यीकरण करने हेतु 100 प्रतिशत भूमि संबंधित विभाग को सौंप दी गई है। देविका घाट पर ग्रीन पार्क और पार्किंग की सुविधा के लिए थीम पार्क का काम भी जोरों पर है। वहीं जल जीवन मिशन (हर घर नल से जल) के तहत 60408 घरेलू पानी के कनैक्शनों को दोबारा शुरू करने हेतु 154 प्रस्तावित जलापूर्ति योजनाओं को शुरू करने का प्रस्ताव है। इसके लिए 130 डीपीआर को पूरा कर उन्हें सरकार के पास जमा करा दिया गया है। बी2वी के तहत 49 हैंडपंप लगाए गए हैं और 173 हैंडपंपों की मरम्मत की गई है। वर्ष 2020-21 के दौरान लगभग 300 हैंडपंपों की मरम्मत की जाएगी, जिनमें से 78 हैंडपंपों का मरम्मत कार्य अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही, उधमपुर जिले के सभी घरों में जल जीवन मिशन के तहत (हर घर नल से जल) मिलेगा। वहीं शिक्षा क्षेत्र में जिला प्रशासन ने विशेष पहल पर बैक-टू-स्कूल कार्यक्रम की शुरूआत की। जिला प्रशासन ने विभिन्न आयु समूहों में स्कूली बच्चों की पहचान करने के लिए एक सर्वेक्षण किया है ताकि बच्चों को पास के स्कूलों में दाखिला दिया जा सके। इस कार्यक्रम के तहत 3000 बच्चों को 236 विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से और लगभग 2095 स्कूल छोड़ने वालों को नामांकित किया गया। इन नामांकित छात्रों को पास के स्कूलों में दाखिल करवाया गया तथा उन्हें ब्रिज कोर्स की किताबें और स्कूल किट प्रदान की गईं। बालिकाओं के लाभ के लिए शासकीय कन्या उच्च विद्यालय रामनगर और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पंचैरी में 100 बिस्तर वाले गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि चूंकि कोविड-19 के कारण स्कूल कार्य नहीं कर रहे हैं, इसलिए छात्रों के लाभ के लिए संबंधित शिक्षकों द्वारा नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। बोर्ड परीक्षाओं में उत्तीर्ण प्रतिशत में काफी सुधार हुआ है और साइंस स्ट्रीम में 12वीं कक्षा में जेके बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान हमारे जिले के एक छात्रा द्वारा प्राप्त किया गया था। इसी तरह, उधमपुर जिले में तीन नए डिग्री कॉलेजों को मंजूरी दी गई हैै। इसके लिए जमीन हस्तांतरित करने का कार्य पूर्ण हो चुका है और दो डिग्री कॉलेजों पर काम शुरू हो गया है। वहीं उन्होंने पी.डब्ल्यू.डी(आरएंडडी) सैक्टर पर बात करते हुए कहा कि लॉकडाउन पीरियड के दौरान जम्मू व कश्मीर-यूटी के सभी पीडब्ल्यूडी डिवीजनों में अधिकतम सुस्त पड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए खर्च अधिक किया गया है। जिसके तहत जुलाई 2020 खत्म होते-होते 8 प्रोजैक्टों को 829 लाख रूपए की लागत से पूरा किया गया। उन्होंने बताया कि उधमपुर में एक मैडिकल कॉलेज को मंजूरी दी गई है। इसके लिए बैली में 214.3 कनाल भूमि की राजस्व विभाग द्वारा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित की गई है। जिला में पिछले एक वर्ष के दौरान 65 किलोमीटर सड़कों पर तारकोल डालकर उन्हें पक्का किया गया, जो जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के सभी प्रभागों में अधिकतम है। हमने लॉकडाउन पीरियड में भी 15 किलोमीटर ब्लैक टॉपिंग कार्य को पूरा किया है, जो मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन की अच्छी समझ दिखाता है। उन्होंने कहा कि एनएच-44 ऊधमपुर से चिनैनी के बीच जारी फोरलेन निर्माण कार्य इस साल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। इसका 90 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो गया है। वहीं उन्होंने पी.एम.जी.एस.वाई सैक्टर के बारे में बताते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा जिला उधमपुर के लिए 459 योजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिसमें 442 योजनाएँ लागू हुई हैं, जबकि पीएमजीएसवाई डिवीजन उधमपुर, रामनगर और रियासी से संबंधित ऊधमपुर जिले के लिए पहले चरण से 12 चरण तक की 206 योजनाएँ पूरी हो चुकी हैं। वहीं ग्रामीण विकास विभाग सैक्टर में वित्तीय वर्ष 2019-20 में मनरेगा योजना के तहत 15803 परिवारों को रोजगार दिया गया। 3350 कार्य पूर्ण किए गए जबकि 71 खेल मैदान पूरे किए गए। पीएमएबाई योजना के फेस-1 और फेस 2 में 10,995 घर पंजीकृत किए गए हैं। वर्ष 2019-20 में 974 काम पूरे हुए जबकि 479 कार्य वर्ष 2020-21 में एसओएस के तहत पूरे किए गए। वहीं एसबीएम सैक्टर में वर्ष 2019-20 में 111 सामुदायिक स्वच्छता परिसर के कार्यों को पूरा किया गया। सिंगला ने पंचायती राज व्यवस्था के बारे में बताते हुए कहा कि पीआरआई के तहत पहले व दूसरे टीयर चुने गए हैं और उनकी जगह पर पीआरआई को पूरी तरह से अधिकार दिया गया है जबकि धन, कार्यों और कार्यवाहियों को पीआरआईस में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने जिला उद्योग केंद्र उधमपुर के बारे में बताया कि जिला उधमपुर में निर्मित नए उद्योगों की स्थापना के लिए सबसे बड़ा भूमि बैंक डीआईसी ने चिनैनी के गांव सांग्योत में एक फूड पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। वर्ष 2019-20 के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत बैंकों द्वारा 180 केस प्रायोजित किए गए, बैंकों द्वारा 56 केस स्वीकृत किए गए जबकि इनसे उत्पन्न 277 लोगों को रोजगार मिला है। वहीं समाज कल्याण विभाग सैक्टर में राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम एनएसएपी और एकीकृत सामाजिक सुरक्षा योजना आईएसएस के तहत 32157 पेंशन के इस लंबे बकाया पड़े मामलों को मंजूरी दे दी गई है जबकि 4891 दसबीं के पूर्व व बाद वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई है। जबकि 508 मामले राज्य विवाह सहायता योजना के तहत मंजूर किए गए हैं। सिंगला ने स्वास्थ्य सैक्टर पर रौशनी डालते हुए कहा कि जिला उधमपुर स्वास्थ्य क्षेत्र शीर्ष प्रदर्शन करने वाला पहला जिला है, जिसने जम्मू कश्मीर यूटी में वर्ष 2019-20 में एन.क्य.ू.ए.एस. प्रमाणपत्र प्राप्त किया, जिसे 76 प्रतिशत स्कोर अर्जित कर तीन वर्षों के लिए प्रति वर्ष 20,00,000(20लाख) रुपए की पुरस्कार राशि मिलेगी। उन्होंने जिला उधमपुर में आयुष्मान भारत योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुल 32,816 लक्षित परिवार चुने गए हैं, जिनमें 77,262 लाभार्थी सत्यापित किए गए हैं और स्वर्ण कार्ड बनवाए गए हैं। इसके अलावा 1607 लाभार्थियों को जिला ऊधमपुर में इलाज मिला है। इस पहल के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी, दिल्ली द्वारा जिला अस्पताल उधमपुर को नई दिल्ली में सराहा गया। उन्होंने कोविड-19 प्रबंधन पर रौशनी डालते हुए कहा कि पूरी दुनिया कोविड-19 के संकट का सामना कर रही है। जिला प्रशासन उधमपुर ने कोविड-19 के नियंत्रण के लिए विशेष पहल की है। इसके लिए ई-पास जारी करना, राशन आन ब्हीलस, सामुदायिक रसोई, ट्रांजिट प्रबंधन सूचना प्रणाली, मोबाइल सैंपलिंग। उन्हांेने इस महामारी में स्थानीय लोगों, विभिन्न स्थानीय संगठनों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि चल रहे कोरोना संकट के दौरान, सभी जाति, धर्म के लोग आगे आए और पूरे दिल से कोविड-19 की रोकथाम उपायों का समर्थन किया। मेरा मानना है कि आप असली कोरोना योद्धा हैं, जिन्होंने सभी पहल में जिला प्रशासन का समर्थन किया। जैसे कि सामुदायिक रसोई, भारत के अन्य हिस्सों से ट्रेनों द्वारा जम्मू और कश्मीर के नागरिकों के बचाव में, टिकरी और चिनैनी में सामूहिक परीक्षण, संगरोध केंद्रों की स्थापना, स्वयंसेवक लॉक को अपनाना, नीचे, संगरोध केंद्रों में एसओपी और स्वयंसेवक सेवा के बाद। उन्होंने कहा कि उन्हंे यह अत्यधिक खुशी है कि उधमपुर में भारत सरकार की सभी लाभार्थी उन्मुख योजनाओं जिनमें वीवीवीपी, उज्ज्बला योजना, पीएम-किसान, खेलो इंडिया, जल शक्ति योजना, आदि को लागू करने में शहरवासियों के सहयोग, भागदारी और मेरी जिले की टीम ने भरपूर प्रयास किए तथा इनको सफल बनाने हेतु भरपूर सहयोग दिया। वहीं इसके उपरांत कोरोना वरियर्स को उनके अच्छे कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पुलिस अकादमी के डायरैक्टर डाॅ.एसडी सिंह, आईजी सुजीत कुमार, डीआईजी एडीडीसी अशोक कुमार, एडीडीसी नागेंद्र सिंह जम्बाल, जिला सूचना अधिकारी सज्जाद बशीर सुम्बडियां, नगर परिषद कार्यकारी प्रधान सरदार सुरेंद्र सिंह खालसा आदि उपस्थित थे। इस मौके पर जिलाधीश ने कोरोना महामाीर में उल्लेखनीय योगदान के लिए व्यापारमंडल उधमपुर, राधा स्वामी संस्ािा, साहब बंदगी, निरंकारी संस्था तथा कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया। वहीं दूसरी ओर पुलिस अकादमी के डायरैक्टर डाॅ.एसडी सिंह द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तथा उन सभी पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जिनकी सेवाओं के लिए गृह मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया था। वहीं नगर में कई स्थानों पर विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं तथा अन्य संगठनों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गए। जिनमें भाजपा की ओर से सैलां तालाब में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन खजूरिया उपस्थित थे। वहीं पूर्व विधायक एवं पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान बलवंत सिंह मनकोटिया ने सलाथिया चैक पर, नैशनल कांफ्रैंस के जिला प्रधान सुनील वर्मा द्वारा एसपी कार्यालय के सामने, कांग्रेस द्वारा शिवनगर में, नैशनल कांफ्रैंस के प्रांतीय सहसचिव विजय खजूरिया द्वारा धार रोड़ स्थित राज थियेटर के पास, पूर्व विधायक पवन गुप्ता द्वारा लाल चैक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। जिले के अन्य भागों में भी वहां पर अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराए। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान-hindusthansamachar.in

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