जम्मू को बचाने के लिए बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा: हर्ष
जम्मू को बचाने के लिए बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा: हर्ष

जम्मू को बचाने के लिए बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा: हर्ष

जम्मू, 18 सितंबर (हि.स.)। पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्ष देव सिंह ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू और कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद भी निरंतर उपेक्षा के शिकार जम्मू को बचाने के लिए बुद्धिजीवियों को आगे आना होगा और उनका समर्थन और मजबूत करने के लिए आगे आना होगा जो डोगरा भूमि के लिए न्याय हेतु संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू को सशक्त बनाने और सभी भेदभावों को दूर करने के सभी आश्वासन अभी तक खोखले साबित हुए हैं जिससे प्रत्येक बीतते दिन में लोगों में भाजपा शासन के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है। जबकि बेरोजगार युवा पहले से ही सड़कों पर हैं, आम जनता विकास कार्य ठप होने पर बहुत चिंतित महसूस कर रही है, जिससे भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और आवश्यक बस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि 4जी इंटरनेट की बहाली नहीं होने और जम्मू में टोल प्लाजाओं की बाढ़ आने के कारण, आम तौर पर लोग अपने ही नेताओं द्वारा ठगे हुए महसूस कर रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में एनपीपी नेतृत्व ही आम आदमी के मुद्दों को उठा रही हैं और जम्मू विरोधी फैसलों से लड़ रही है। यह बात हर्ष देव सिंह ने प्रसिद्ध शिक्षाविद्/अर्थशास्त्री प्रो. जय कुमार शर्मा के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। वह कई अन्य सेवानिवृत्त नौकरशाहों और बुद्धिजीवियों के साथ पैंथर्स पार्टी में शामिल हुए। आज एनपीपी में शामिल होने वाले अन्य लोगों में कुलभूषण सिंह सम्बयाल, सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक कृषि, आतिथ्य एवं पर्यटन में विशेषज्ञ प्रो. जीपी सिंह और जम्मू के एक प्रमुख व्यवसायी चौधरी गुरदीप सिंह शामिल हैं। सिंह ने समाज में जम्मू को बचाने के लिए आगे आने की अपील करते हुए कहा कि अवसरवादी राजनीति और वर्तमान नेताओं द्वारा किए गए धोखे की राजनीति जम्मू को अकल्पनीय नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए डोगरों की गरिमा और सम्मान की बलि लगाने वाले अवसरवादी नेताओं को लोग कैसे स्वीकार कर सकते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान-hindusthansamachar.in

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