चीन से कैलाश मानसरोवर पाकिस्तान से पीओके लेकर रहेंगे: चंदेल
चीन से कैलाश मानसरोवर पाकिस्तान से पीओके लेकर रहेंगे: चंदेल

चीन से कैलाश मानसरोवर पाकिस्तान से पीओके लेकर रहेंगे: चंदेल

जम्मू, 15 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय वाल्मीकि सेना के नेशनल चेयरमैन राजू चंदेल ने मंगलवार को कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान व चाइना अपनी विस्तार वादी नीतियों के चलते अपने पड़ोसी देशों की जमीनें हड़पने पर लगे हुए हैं। पाकिस्तान द्वारा भारत के पीओके गिलगित, बटालीस्थान तथा चाइना ने सदियों पुराने हिंदुओं के मुख्य तीर्थ स्थल कैलाश मानसरोवर जो कि पहले से ही युगों युगों से ही भारत का अभिन्न अंग व हिस्सा रहा है उस पर कब्जा किया हुआ है परंतु अब कैलाशपति बाबा भोलेनाथ ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व तमाम भारतवासियों को कैलाश बुलाया है। हम भारतीय विस्तार वादी नीतियों से दूर हैं। हमारी अपनी सीमा है और वह पर्याप्त हैं। हम दूसरों के मुल्कों पर दूसरे मुल्क की जमीन पर कब्जा नहीं करते परंतु पीओके, आजाद कश्मीर तथा कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा है। भारत के फौजी तीनों सेनाएं पीओके तथा कैलाश मानसरोवर को पुनः भारत में मिलाने के लिए तत्पर व सक्षम है। चंदेल ने कहा कि हमारी तीनों सेनाओं का मुकाबला कोई भी पड़ोसी मुल्क नहीं कर सकता। चाइना, पाकिस्तान का नक्शा पूरी तरह बदलने के लिए तैयार हैं। हमारी तीनों सेनाएं अब बस एक कदम की दूरी है। कैलाश मानसरोवर तथा पीओके दोबारा भारत के कब्जे में होगा। अब भारत के फौजियों के सामने किसी भी चालाक चीन तथा पाकिस्तान की एक नहीं चलने वाली भारत अपना अधिकार लेना जानता है। हिन्दुस्थान समाचार/सुमन/बलवान-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in