गंगा की बड़ी बहन देविका नदी का अस्तित्व बचाने के लिए जारी रही है जद्दोजहद
गंगा की बड़ी बहन देविका नदी का अस्तित्व बचाने के लिए जारी रही है जद्दोजहद

गंगा की बड़ी बहन देविका नदी का अस्तित्व बचाने के लिए जारी रही है जद्दोजहद

उधमपुर, 14 अगस्त (हि.स.)। गंगा की बड़ी बहन देविका नदी का अस्सितत्व बचाने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं तथा इसके लिए कई संस्थाएं काम रही हैं। वहीं जब से मोदी सरकार आई है तो उसने गंगा को स्वच्छ बनाने हेतु शुरू किए गए अभियान में इसको और भी विस्तार देते हुए इसमें कई अन्य नदियों को इस योजना के अंतर्गत लाया गया है। वहीं उसी अभियान में उधमपुर में स्थित गंगा की बड़ी बहन देविका नदी भी आ गई है। राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत उधमपुर की देविका नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 180 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है। ऐसे में यह नदी जो लगभग मृत प्रायः थी। अब उसे एक बार फिर से पुनर्जीवित करने की कोशिशें हो रही हैं। आइये अब जानते हैं कि कैसे इस नदी के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में ऊधमपुर की देविका नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए चर्चा तो बीते कई साल से होती रही है लेकिन नाले में तब्दील हो चुकी इस नदी को बचाने के लिए भागीरथ प्रयास एक साल पहले ही शुरू हुए हैं। केंद्र सरकार की ताजा पहल में ऐसी कई नदियों और झीलों को बचाने की पहल तेज हुई है जिनकी न केवल सांस्कृतिक पहचान है बल्कि जो लोगों के जीवन का आधार भी हैं। देविका नदी के तटों का सौंदर्यीकरण किया जाना है ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक ऊधमपुर पहुंचकर देविका नदी के दर्शन कर सकें और इसके इतिहास के बारे में भी जानें। नए प्रोजेक्ट के तहत शहर में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होना है। नाले और सीवर ऽे पानी ऽो नदी में आने से रोकने के लिए पूरे ऊधमपुर में सीवर लाइनें बिछाई जा रही हैं लेकिन इस तरह के प्रयासों में सामाजिक भागीदारी जरूरी है। इसलिए यह आवश्यक है कि नदियों के संरक्षण में सामाजिक भागीदारी बढ़े नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब देविका नदी, वुलर और डल झील जैसी धरोहरों की खूबसूरती हम सिर्फ फिल्मों में ही देख पाएंग गंगा की बड़ी बहन कही जाने वाली देविका नदी लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां किसी भी त्यौहार या समारोह की शुरुआत देविका नदी में स्नान से ही शुरू होती है। कृषि क्षेत्र होने के कारण इस नदी की महत्ता यहां दोगुनी हो जाती है लेकिन लगातार अनदेखी और आबादी के बढ़ते बोझ के कारण इस नदी का दायरा सिकुड़ता चला गया। डोगरा समुदाय के लोगों की आस्था का केंद्र है देविका नदी देविका नदी जम्मू संभाग के डोगरा समुदाय के लोगों की आस्था का केंद्र है लेकिन समय के साथ यह नदी पूरे तरीके से प्रदूषित हो गई। यहां तक कि डोगरा कम्यूनिटी ने लगातार इस नदी को साफ करने की मांग की लेकिन सरकारें आती रहीं और जाती रहीं। किसी भी सरकार ने इस नदी के पुर्नउद्धार का ध्यान नहीं रखा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में इसके लिए बाकायदा एक बजट पास किया और 186 करोड़ से ज्यादा का बजट नदी के पुर्नउद्धार के लिए जारी किया। आज देविका नदी और उसके आसपास का काम लगातार जारी है। जिस तेजी के साथ यहां पर काम हो रहा है उसे देखकर लगता है कि आने वाले समय में देविका नदी के घाट पूरे तरीके से सुंदर होंगे। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान-hindusthansamachar.in

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