कोरोना महामारी को हल्के में लेना शहर वासियों को पड़ सकता है महंगा
कोरोना महामारी को हल्के में लेना शहर वासियों को पड़ सकता है महंगा

कोरोना महामारी को हल्के में लेना शहर वासियों को पड़ सकता है महंगा

उधमपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। कोरोना महामारी जब भारत में पहुंची भी नहीं थी, उससे पहले ही केंद्र सरकार खासकर प्रधानमंत्री ने इससे निपटने हेतु कदम उठाना शुरू कर दिए थे, जहां तक कि लाॅकडाउन तक पूरे भारत में लगा दिया गया था। इस दौरान लोगों के लिए दिशा-निर्देश भी लागू किए थे ताकि लोग इनका पालन करें तथा अपने आप को बचा सकें। वहीं जब तक लाॅकडाउन की प्रक्रिया जारी थी, उस समय तक सब कुछ सरकार के कंट्रोल में था लेकिन लाॅकडाउन के कारण इसके विपरीत असर पड़ने को देखते हुए केंद्र सरकार ने लाॅकडाउन को अनलाॅक करना शुरू कर दिया। जिससे अब पूरे देश में काफी ज्यादा संख्या में कोरोना केसों में उछाल देखने को मिल रहा है। वहीं इससे जिला उधमपुर भी अछूता नहीं रहा है। जिले में कोरोना महामारी के मामले बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है और यह सब कुछ, कुछ जिला प्रशासन के ढिलमुल रवैये तथा लोगों द्वारा गाइडलाइन की सरेआम धज्जियां उड़ाने के कारण हो रहा है। उधमपुर में इस समय तक 285 कोरोना के मामले सामने आए हैं। अधिकांश लोग या तो तब्लीगी जमात से संबंधित थे या फिर बाहिर के राज्यों से आए थे। इनमें से 240 के लगभग ठीक हो चुके है तथा 45 उपचाराधीन है। कोरोना महामारी के कारण अभी तक एक बुजुर्ग महिला की मृत्य हो चुकी है। अनलाॅक-1 जब शुरू हुआ था तो उस समय व्यापारिक प्रतिष्ठान 9 बजे से पहले 1 बजे तथा उसके उपरांत 5 बजे तक खुलने लगे थे। इससे बाजारों में भीड़ उमड़ने लगी तथा प्रशासन द्वारा गाइडलाइन को सख्ती से लागू न करवा पाने के कारण केसों में इजाफा देखने को मिला। वहीं केसों में बढ़ौतरी को देखते हुए कुछ दुकानदारों ने समय को कुछ कम कर दिया था तथा कई ने तो एक दिन छोड़कर दुकानें खोलने का निर्णय लिया। इससे बाजार में रश कुछ हद तक कम हुआ और कोरोना केसों में भी कमी देखने को मिली। वहीं 4 जुलाई से अनलाॅक-2 शुरू हो गया है। अब जिला प्रशासन द्वारा जो गाइड़लाइन जारी की है उसके मुताबिक दुकानें सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुली रह सकती हैं, जिससे अब जनजीवन सामान्य की बढ़ रहा है। व्यापारिक प्रतिष्ठान खुल गए हैं। रैस्टोरैंट को भी 50 प्रतिशत ग्राहक बैठाने की अनुमति दे दी गई है। सिर्फ खाने-पीने वाली रेहडियां जो गोल गप्पे, कचालु, टिक्की आदि बेचते हैं वह अभी नजर नहीं आ रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा अनलाॅक-2 की जो गाइड़लाइन जारी की हैं उसका सभी दुकानदारों, यहां तक कि ग्राहकों को भी पालन करने के लिए कहा गया लेकिन यह सब कुछ कागजांे तक ही सीमित दिखाई दे रहा है, क्योंकि अनलाॅक-2 आरंभ होने के उपरांत पैसेंजर गाड़ियां भी कुछ हद तक चल रही हैं तथा गांवों से लोग बाजार पहुंच रहे हैं, जिससे बाजार में काफी रश देखने को मिल रहा है। जहां तक कोरोना महामारी के दिशा-निर्देशों की बात है। कुछ लोग इसका पालन कर रहे हैं तो कहीं पर इसका पालन न के बरावर हो रहा है। विशेषकर बैंकों व तहसील में इसका उल्लंघन आराम से देखा जा सकता है। अब यह राज्य केंद्र शासित प्रदेश बना गया हैै। जहां पर अब स्टेट सब्जैक्ट के स्थान पर डोमिसाइल सर्टीफिकेट बनाए जा रहे हैं। इस कारण तहसील में प्रतिदिन सैंकडों लोग इक्ट्ठे हो रहे हैं। वहां शारीरिक दूरी के बारे में कुछ नहीं देखा जा रहा है। लगभग यही हाल बैंकों का है। वहां पर कुछ सख्ती दिखाई देती है परंतु फिर भी लोग उसका उल्लंघन करते रहते हैं। मैन बाजार हो या फिर गोल मार्किट, या फिर लंबी गली हो या फिर मुखर्जी बाजार। सभी जगह पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। दुकानों के सामने गाड़ियां पार्क की हुई हैं तथा उन्हीं गाड़ियों के पीछे कई रेहडियां व फड़ियां लगी है जोकि बिना गाइडलाइन का पालन किए हुए कार्य कर रही हैं। चाहे रेहड़ी वालों को देखो या फिर दुकानों में लगी भीड़ को देखो, कोई भी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है। बिना मास्क पहने सब कार्य किए जा रहे हैं जबकि प्रशासन को इस सबकी जानकारी होने के बावजूद भी इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं उधमपुर से लांदर,पंचैरी, उधमपुर से जिब थाती, चिनैनी-पट्टनगढ़, चिनैनी-मानतलाई चलने वाली करीब सभी गाडियां चाहे वो बसें हों या फिर मैटाडोर सभी गाइड़लाइन की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी-अपनी गाड़ियांें निर्धारित सवारियों से अधिक सवारियां बिठा रहे हैं जबकि उनको रोकने वाले कभी-कभी सड़कों पर दिख जाते हैं लेकिन वे भी केवल दिखावे के लिए, क्योंकि इन नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे चालकों के हौंसले बुलंद हैं। अगर यह सिलसिला इसी तरह जारी रहा तथा किसी भी समय कोरोना केसों में इजाफा होने के पूरे आसार हैं। कई शहर वासियों ने इस तरह की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर इसी तरह से गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने का सिलसिला जारी रहा तो आने वाले दिनों में कोरोना महामारी के केसों में काफी बढ़ौतरी देखने को मिल सकती है। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान ---------hindusthansamachar.in

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