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कठुआ में श्रद्धा भाव ने मनाया गया तमदेह का पर्व, पूर्वजों की याद में मीठे पानी की छबीलें लगाई

कठुआ, 15 जून (हि.स.)। जम्मू कश्मीर प्रदेश के जम्मू प्रांत में डुग्गरों का पारंपरिक तमदेह पर्व मंगलवार को मनाया गया। इस पर्व को पूर्वजों की याद में आषाढ़ संक्रांति के दिन पारंपरिक रीति रिवाजों व श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। जम्मू प्रांत के जिला कठुआ में भी तमदेह पर्व को भी श्रद्धा भाव से मनाया गया। जिलाभर के लोगों ने इस दिन श्रद्धा भाव के साथ अपने पूर्वजों को फल, फूल, जल से भरे हुए बर्तन व घड़े अर्पित कर पितृ तर्पण किया और पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा की। वहीं कठुआ शहर में जगह-जगह लोगों ने मीठे पानी की छबीलें भी लगाई। जम्मू कश्मीर प्रदेश के जम्मू प्रांत में तमदेह पर्व का काफी महत्व है। मंगलवार के जिला कठुआ के लोगों ने अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए लोग पवित्र नदियों, सरोवर में स्नान करने के साथ दान-पुण्य भी किया। आशोक पंडित ने बताया कि ये दिन ऋतु परिवर्तन के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस दिन अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए पानी के साथ ऋतू फल विशेष कर तरबूज, आम, खरबूज, पंखा आदि कुलदेवता को अर्पित किया जाते है। उन्होंने कहा कि जिन लोगो को पितर दोष है, उनके लिए ये पर्व बड़ा लाभदायक होता है जहां व पितर दोष से मुक्त हो सकते है। तमदेह पर विवाहिता बेटियों, कुल पुरोहित एवं ब्राह्माणों को भोजन करवाया जाता है। तमदेह के दिन किया गया दान अन्य शुभ दिनों की तुलना में दस गुना अधिक पुण्य देने वाला होता है। हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान

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