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‘आॅल इंडिया ड्रामा प्रतियोगिता में गढ़ी के कलाकारों ने किया नाटक ‘बावा जित्तो‘ का शानदार मंचन‘

उधमपुर, 20 जनवरी (हि.स.)। जिला उधमपुर से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गढ़ी के पलतयाड़ नेहरु यूथ क्लब के कलाकारों ने आॅल इंडिया एसोसिएशन शिमला द्वारा आयोजित वर्चुअल ऑनलाइन आॅल इंडिया ड्रामा प्रतियोगिता में नाटक ‘बावा जित्तो‘ का मंचन किया गया। नाटक का लेखन स्वर्गीय प्रोफैसर राम नाथ शास्त्री तथा निर्देशन सुदेश सुल्तानपुरी ने किया जबकि संगीत उत्तम शर्मा व रवि कुमार ने दिया। डुग्गर के लोक नायक ‘बावा जित्तो‘ की जीवनी पर आधारित नाटक बावा जित्तो में दिखाया गया कि किस तरह जित्तो और उसकी बेटी गौरी पर कभी जित्तो की चाची जोजां जादू तंत्र कर डराती है, तो कभी जोजां के सात बेटे उन्हें मारने की कोशिश करते हैं। इसी से तंग आकर जित्तो अपनी बेटी गौरी के साथ गहार गांव छोड़कर दूसरे गांव गढ़ पंजोड़ में अपने मित्र रूलहो लौहार के घर चला जाता है और वहां का जागीरदार मेहता वीर सिंह जित्तो को खेती करने के लिए बंजर जमीन देता है और एक लिखित करार करता है कि इस जमीन पर जो भी फसल पैदा होगी तो वह जित्तो से उसका चैथा हिस्सा ही लेगा। लेकिन सोने की तरह दिखने वाली गेहूं की फसल जब जित्तो उस जमीन पर पैदा करता है तो यह देखकर जागीरदार की आँखों में बेईमानी और लालच की भूख बढ़ जाती है और सारी गेंहू लेने लगता है। और उसके जालिम कारिंदे जित्तो पर अत्याचार करते हैं। इसी से तंग आकर जित्तो गेंहू के ढेर पर चढ़कर अपने आपको कटारा मारकर आत्महत्या कर लेता है। बेटी गौरी यह सदमा न सहते हुए अपने पिता की जलती हुई चिता में कूदकर अपनी जान दे देती है। नाटक में शामिल कलाकारों में अरूण कुमार, विजय बीरू, मनोहर कुमार, स्वर्णदीप, राहुल सुम्बरिया, शीतु सदोत्रा, सर्वघया, संदीप खजूरिया, रोहित कुमार, रणजीत भगत आदि ने शानदार भूमिका निभाई। नाटक के निर्देशक व क्लब के प्रधान सुदेश सुल्तानपुरी ने बताया कि यह नाटक इन कलाकारों द्वारा राष्ट्रीय मंच पर कई बार किया जा चुका है और आगे भी इसी तरह की प्रस्तुतियां की जांएगी, जिससे डुग्गर की संस्कृति और डोगरी भाषा को बढ़ावा मिलता रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान ------------hindusthansamachar.in

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