strict-attitude-adopted-by-kathua-police-during-corona-curfew-barricades-on-main-roads
strict-attitude-adopted-by-kathua-police-during-corona-curfew-barricades-on-main-roads

कोरोना कर्फ्यू के दौरान कठुआ पुलिस द्वारा अपनाया गया सख्त रवैया, मुख्य सड़कों पर की कटीली तारबंदी

कठुआ 10 मई (हि.स.)। सोमवार को कोरोना कर्फ्यू के दौरान कठुआ शहर सुनसान रहा, मुख्य सड़कें सुनी पड़ी रहीं। वहीं सोमवार को पुलिस प्रशासन द्वारा भी सख्त रवैया अपनाया गया। जो लोग बेवजह घरों से बाहर निकल रहे थे, उन पर लाठियां भी भांजी गई। कोरोना कर्फ्यू के दौरान मुख्य चैक चैराहों पर कटीली तारबंदी कर दी गई, किसी को भी आने जाने नहीं दिया जा रहा था। हालांकि उनमें से कुछ जरूरी काम के लिए भी जा रहे थे, लेकिन जिन जगहों पर कटीली तारे लगाई गई थी उन्हें वापस लौटा दिया गया। इन्हीं में कुछ लोग वैक्सिंग लगवाने गए थे, लेकिन उन्हें भी वापस लौट दिया गया। इसी में कुछ आवश्यक सेवाओं वालों को भी छूट नहीं दी गई। उन्हें कहा गया कि दूसरे रास्ते से चले जाएं। इस पर स्थानीय लोगों ने तंज कसते हुए कहा कि जिस रोड पर पुलिस द्वारा तारबंदी की गई है क्या उस रोड पर कोरोना बैठा है और ठीक उसके दूसरी ओर जो रास्ता घूम के जाता है वहां पर कोरोना नहीं है। कठुआ के औद्योगिक क्षेत्र में भी पुलिस ने सख्ती बरती है। औद्योगिक क्षेत्र में जो श्रमिक उद्योग इकाइयों में काम करके घर वापस जा रहे थे, उन पर भी पुलिस ने लाठियंा भांजी। वहीं गुस्साए श्रमिकों ने कहा कि पिछले साल भी कोरोना के दौरान उन्हें प्रताड़ित किया गया था और उन्हें मजबूर होकर घर को पलायन करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस का रवैया फिर से ऐसा रहा तो मजबूर होकर उन्हें एक बार फिर से अपने-अपने राज्यों में पलायन करना पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर हम घरों में बैठे रहें तो बाहर कमाने कौन जाएगा। इसलिए उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि अगर श्रमिक इकाई में काम करने जा रहे हैं या वापसी आ रहे हों तो पुलिस उन पर सख्ती ना बरतें। हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in