protesters-strike-to-demand-increase-in-fare-protest
protesters-strike-to-demand-increase-in-fare-protest

किराया बढ़ाने की मांग को लेकर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी, किया प्रदर्शन

जम्मू, 28 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू व कश्मीर यूटी प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच क्षमता से आधी सवारियों को बिठाए जाने का आदेश जारी करने के बाद पचास प्रतिशत किराया बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर गए ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल बुधवार को भी लगातार जारी रही और उन्होंने अपनी मांगों को लेकर आज विरोध प्रदर्शन भी किया। हड़ताली ट्रांसपोर्टरों की मांग है कि जब तक सरकार यात्री किरायों में पचास फीसदी बढ़ोतरी नहीं करती तब तक वे अपनी गाड़ियों को नहीं चलाएंगे। ट्रांसपोट्ररों ने आज आल जेएंडके ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन जम्मू कश्मीर के बैनर तले चेयरमैन टी.एस. वजीर के नेतृतव में विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से उनकी मांग को पूरा करने की अपील की। प्रदर्शन कर रहे ट्रांसपोर्टरों का कहना था कि पिछला पूरा वर्ष कोरोना के चलते उनका काम बंद रहा। उसके बाद जब काम शुरू हुआ तो डीजल के दाम बहुत बढ़ चुके थे। तब भी उन्होंने प्रदर्शन कर सरकार से तीस प्रतिशत किराया बढ़ोतरी करवाई क्योंकि उसके बिना हमारी गाड़ियां नहीं चल पा रही थी। अभी भी हम बहुत कम कमाई पर अपनी गाड़ियां चला रहे थे क्योंकि उससे हमारे ड्राइवर, क्लीनर का खर्च भी मुश्किल से निकल रहा था। अब जब कोरोना के मामले बढ़े तो सरकार ने आदेश जारी कर दिया कि गाड़ियों में क्षमता से आधी सवारियां ही बिठाई जाएंगी। ऐसे में बिना किराया बढ़ोतरी उनकी गाड़ी नहीं चल सकती। अगर वे गाड़ियां चलाते भी हैं तो उन्हें अपनी जेब से खर्च उठाना पड़ेगा जो संभव नहीं है। वहीं एसोसिएशन के महासचिव विजय का कहना है कि जम्मू कश्मीर में ट्रांसपोर्ट उद्योग पहले ही बहुत मार खा चुका है। सरकार को हमारे बारे सोचना चाहिए। सरकार को खुद देखना चाहिए कि गाड़ी का एक चक्कर लगाने में कितना खर्च आता है और उस गाड़ी को कितना किराया मिल रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in