13 जनवरी को मनाये जाने वाले लोहड़ी पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर
उधमपुर, 11 जनवरी (हि.स.)। लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी 2021 बुधवार को मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में बाजार लोहड़ी पर्व पर इस्तेमाल होने वाले सामान से सज गए हैं। दुकानों के अलावा जगह-जगह पर स्टाल आदि लगा कर मुंगफली, रेवडियां, गुड़, चिढ़वे, गजक, के अलावा कई अन्य तरह का सामान बेचा जा रहा है। वहीं दूसरी शहर वासियों ने लोहड़ी पर्व को देखते हुए अभी से खरीददारी शुरू कर दी है। आज मौसम ठीक होने के कारण बाजार में काफी रश देखने को मिला। वहीं बच्चों ने भी लोहड़ी पर्व को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है तथा उन्होंने लोहड़ी मांगने के लिए छज्जे आदि बनाना शुरू कर दिया। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से बच्चे अपने छज्जे बनाने के बजाए बाजार में बने हुए छज्जे को खरीदने में तरजीह देते हैं। इस बार कोरोना महामारी का असर भी इस पर्व पर देखने को मिलेगा तथा लोग एहतियात बरतते हुए ही इस पर्व को मनायेंगे। वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन ने भी लोहड़ी पर्व को देखते हुए अभी से कमर कस ली है तथा हर चैक चैराहों पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर दी है तथा हर आने-जाने वाले पर पैनी निगाह रखी जा रही है। गौरतलब रहे कि लोहड़ी मनाने के पीछे कथा है कि दुल्ला नामक डाकू अमीरों को लूट कर गरीबों का दान करता था। एक दिन उसके साथियों ने एक विवाहिता को लूटकर उसे साथ ले गए और डाकू के सामने पेश किया। डाकू साथियों पर नाराज हुआ और उसे उसके पिता के घर भेज दिया। पिता ने उसे स्वीकार करने से मना कर दिया। उसने ससुराल पक्ष को भेजा तो उन्होंने ने भी अपनाने से मना कर दिया। डाकू ने उसे अपनी बेटी का दर्जा देकर लोहड़ी के दिन ही धूमधाम से शादी की। उसी दिन से लोहड़ी मनाई जाती है और उसी की याद में पारंपरिक गीत ‘सुंदरिए मुंदरिए तेरा कौन विचारा होए, दुल्ला भट्टी वाला हो‘ गीत पर लोग आज भी नृत्य करते हैं। सिख समाज के इस पर्व पर जहां आग जलाकर भांगड़ा और गिद्दा करते हैं तो वहीं शादी व संतान होने की खुशी पर लोहड़ी का विशेष आयोजन करते हैं। गीतों के साथ आग में रेवड़ी, मूंगफली, पट्टी व मखाना डालकर खुशियां मनाते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान-hindusthansamachar.in