पेयजल की समस्या को लेकर वार्ड़ 4 के स्थानीय लोगों ने जल शक्ति विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन
कठुआ 3 मई (हि.स.)। गर्मियों का मौसम शुरू होते ही जिले भर में पानी की किल्लत के मामले सामने आना शुरू हो गए हैं। कठुआ शहर के वार्ड नंबर 4 शहीदी चैक से सटे मोहल्ले के स्थानीय लोगों ने पेयजल की समस्या को लेकर जल शक्ति विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पिछले 1 सप्ताह से उनके मोहल्ले में पेयजल की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पा रही है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को वार्ड नंबर 4 शहीदी चैक से सटे मोहल्ले के स्थानीय लोगों ने जल शक्ति विभाग के खिलाफ पेयजल की समस्या को लेकर खाली बर्तन रखकर रोष व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों में रमेश कुमार नामक स्थानीय निवासी का कहना था कि गर्मियों के मौसम में पानी की किल्लत के कारण स्थानीय लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी के चलते लोग परेशान हैं वहीं दूसरी ओर उनके वार्ड में पेयजल की किल्लत के कारण लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना से तो लोग बाद में मरेंगे पहले पेयजल की किल्लत से ही लोग मर जाएंगे। जल शक्ति विभाग के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए स्थानीय निवासी रेखा कुमारी ने कहा कि वार्ड नंबर चार शहर के बीचोबीच बहुत पुराना वार्ड़ है और जल शक्ति विभाग द्वारा शहर में ही पानी की समस्या का हल नहीं हो पा रहा है, तो गांव और दूरदराज इलाके में क्या हालात होंगे। उन्होंने कहा कि गर्मियों के मौसम में पानी की खपत ज्यादा होती है, सुबह से लेकर शाम तक पानी का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है, लेकिन पिछले 1 सप्ताह से उनके वार्ड में पेयजल की किल्लत के कारण मुख्य तौर पर महिलाओं को परेशान होना पड़ रहा है, जिन्हें घर की रसोई चलानी होती है। उन्होंने कहा कि पेयजल के लिए उन्हें शहीदी चैक में स्थित जल शक्ति विभाग के टयूवेल पर जाकर पानी लाना पड़ता है। वहीं अगर कोरोना कफ्र्यू लगा हो तो पुलिस वाले बाहर नहीं निकले देते हैं। उन्होंने कहा कि इस समस्या के संबंध में कई बार जल शक्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता से मिल चुके हैं, लेकिन हर बार आश्वासन देकर लौटा देते हैं। लेकिन आज तक पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि कई बार वार्ड के पार्षद को भी इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन उन्होंने भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला। इसलिए मजबूर होकर उन्हें आज सड़कों पर आकर धरने प्रदर्शन करना पड़ रहा है। वार्ड़़ के स्थानीय लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके वार्ड में पानी की समस्या का समाधान नहीं निकाला तो इस कोरोना काल के दौरान लोग सड़कों पर उतरेंगे और कार्यकारी अभियंता के कार्यालय के बाहर धरना लगाएंगे, अगर कार्यकारी अभियंता उनकी समस्या को हल नहीं करेंगे तो जिला सचिवालय में जाकर जिला उपायुक्त के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान