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‘श्राइनबोर्ड कर्मचारी यूनियन ने बैठक कर श्राइनबोर्ड पर यूनियनों में दरार डालने की कोशिश करने का लगाया आरोप‘

उधमपुर/कटडा, 10 फरवरी (हि.स.)। बुधवार को श्राइन बोर्ड कर्मचारी यूनियन की वैठक कटड़ा के निजी होटल में हुई, जिसमे बोर्ड प्रशासन में कार्य करने वाले सैंकड़ों कर्मियों ने भाग लिया। इस बैठक की अद्यक्षता श्राइन बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रधान राज कुमार द्वारा की गई। इस दौरान श्राइन बोर्ड कर्मचारी यूनियन के महासचिव पुरषोतम सिंह, सचिव अशोक कुमार, सफाई यूनियन के प्रधान दीवान चंद, महासचिव परवीन कुमार, सहित अलग-अलग विंगों से सैंकड़ांे कर्मियों ने भी भाग लिया। यूनियन ने बोर्ड प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि अगर फरवरी महीने के अंत तक कर्मियों के बकाया मामलांे का हल नहीं हुआ तो यूनियन मार्च महीने से एक बड़ा आंदोलन करेगी। इस बैठक के दोरान स्टाफ की लंबित मांगों पर विचार-विमर्श किया गया और कहा गया कि बोर्ड प्रशासन अर्द्ध कुवारी जैसे कैम्प लगाकर यूनियन को तोड़ने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यूनियन द्वारा पिछले कई सालों से बोर्ड कर्मियों की समस्यायों को उजागर कर हल करने का प्रयास किया जा रहा है। पर बोर्ड प्रशासन में तैनात तानाशाह अधिकारी बोर्ड यूनियन के सदस्यों को तोड़ने के उद्देश्य से ऐसे कैंपो को आजोयन कर रहे हैं। इस अवसर पर महासचिव पुरषोत्तम सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के समय यूनियन श्राइन बोर्ड प्रशासन के साथ थी। हालात को देखते हुए उस समय बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने ऐसी कोई मांग नहीं रखी, जिससे बोर्ड की माली हालत पर कोई असर पड़े। पर मौजूदा समय में वैष्णो देवी यात्रा में दिन व दिन बढ़ौतरी दर्ज हो रही है, और बोर्ड की माली हालत भी धीरे-धीरे ठीक हो रही है। अब यूनियन स्टाफ की मांगों को लेकर प्रशासन के आगे बात रख रही ही है, पर बोर्ड के तानाशाह अधिकारी अर्द्ध कुवारी जैसे कैम्प अजोजित कर यूनियन को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि बोर्ड प्रशासन उनकी इंसाफ की आबाज को दबाने की कोशिश कर रहा है, जिसे बोर्ड कर्मचारी किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि बोर्ड नहीं चाहता है, उनकी मनमर्जी तानाशाही के खिलाफ कोई कर्मचारी बोले, इसलिए स्टाफ को लालच दिया जा रहा है।पर यूनियन स्टाफ को बांटने की साजिश को कभी भी सफल नहीं होने देगी। यूनियन ने कहा कि मौजूदा समय में मुख्य मांग मास्टर रोल कर्मियों की है। जो पिछले काफी सालों से 6500 सैलरी में काम कर रहे हैं। वहीं अभी तक श्राइन बोर्ड में तैनात मास्टर रोल कर्मियों को कांट्रैक्चूयल नहीं किया गया है। जिस कारण इनको निराश है। इसके अलावा भवन के स्टाफ के लिए आने जाने के लिए परमानेंट गाड़ी लगाने के लिए बोर्ड प्रशासन के समक्ष काफी समय से मांग रखी गई है, मगर अभी तक कोई हल नही हुआ है। इसके अलावा और बहुत सारे बकाया मांगें हैं जिनको लेकर बोर्ड को लिखा गया है, मगर बोर्ड यूनियन की बात को बार बार अनसुना कर रहा है। अगर ऐसे हालात बनते हैं, तो उसके लिए बोर्ड जिम्मेवार होगा। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान-hindusthansamachar.in

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