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‘स्वयंसेवी संस्था सेवा भारती उधमपुर द्वारा भारतीय विद्या मंदिर हाई स्कूल के परिसर खोला औषद्यीय कार्यालय‘

उधमपुर, 24 मई (हि.स.)। स्वयंसेवी संस्था सेवा भारती, ऊधमपुर एवं भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे सांझा अभियान के अंतर्गत सोमवार को मेन बाजार स्थित भारतीय विद्या मंदिर हाई स्कूल के परिसर में एक औषद्यीय कार्यालय का उद्घाटन किया गया, जिसमें कोरोना संक्रमित मरीजों (कम लक्षण वाले) को आयुष-64 दवा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। कई जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाई गई आयुष-64 दवा को कोरोना महामारी के समय में विशेषज्ञों ने उम्मीद की किरण बताया है। इस दवा को मूल रूप से मलेरिया के उपचार के लिए 1980 में विकसित किया गया था। अब उसे कोविड-19 के उपचार के लिए भी उपयुक्त पाया गया है। केंद्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद सी.सी.आर.ए.एस आयुष मंत्रालय के अधीन आयुर्वेद में शोध करने वाला एक अग्रणी संस्थान है, जिसने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद सी.एस.आई.आर के सहयोग से हाल ही में इस दवा का विस्तृत और गहन परीक्षण किया है। इसमें देश के अन्य अनुसंधान संगठनों और मैडिकल कॉलेजों का भी सहयोग लिया गया। देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों ने आयुष-64 का जो क्लीनिकल परीक्षण किया, उसमें पता लगा कि इस दवा में वायरस के खिलाफ लड़ने, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और बुखार उतारने के भी गुण हैं। इसे लक्षण-रहित, हल्के और कम गंभीर कोविड-19 संक्रमण के उपचार के लिए भी कारगर पाया गया है। परिणामस्वरूप, इस दवा को कोविड-19 के उपचार के लिए उपयुक्त मान लिया गया है। आयुष एक आयुर्वेदिक नुस्खा है, जिसे केंद्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद ने विकसित किया है, जो आयुष मंत्रालय के अधीन आयुर्वेद अनुसंधान की प्रमुख संस्था है। आयुष-64 के वैज्ञानिक अध्ययन में पाया गया है कि इसके 36 घटकों में से 35 घटक ऐसे हैं, जो कोविड-19 के वायरस के खिलाफ एकजुट होकर उसका मुकाबला कर सकते हैं। इस नुस्खे में ऐसे भी घटक मौजूद हैं, जो फ्लू जैसी बीमारियों से भी लड़ सकते हैं। देश भर में 64 क्लीनिकल परीक्षण हुए हैं, इन परीक्षणों से जो सबूत मिले हैं, उनसे साबित हुआ है कि लक्षण-रहित, हल्के और कम गंभीर कोविड-19 के इलाज में यह दवा बहुत कारगर है और इससे मरीज जल्द ठीक हो सकता है। कोविड-19 के किसी भी स्तर का मरीज इसे ले सकता है। बहरहाल, वैज्ञानिक परीक्षणों से पता चला है कि यह दवा लक्षण-रहित, हल्के और कम गंभीर मामलों में ज्यादा कारगर है। इसके विपरीत नतीजे निकलने का कोई खतरा नहीं है। इसके अलावा जिन मरीजों को आपात चिकित्सकीय मदद या अस्पताल की जरूरत नहीं है, वे मरीज आयुष-64 ले सकते हैं। कोविड-19 के हल्के और कम गंभीर लक्षणों वाले जिन मरीजों में शुरुआत में बुखार, शरीर दर्द, नाक बंद होना, अस्वस्थ महसूस करना, नाक से पानी बहना, सिरदर्द, खांसी आदि शिकायतें होती हैं, वे दवा ले सकते हैं। इसके अलावा जिन मरीजों में कोई लक्षण नहीं होता, वे आरटी/पीसीआर जांच के सात दिन के अंदर आयुष-64 दवा ले सकते हैं। इस अवसर पर सेवा भारती, ऊधमपुर के सदस्यों द्वारा यह जानकारी भी दी गयी कि यह कार्यालय रोज प्रातः 11 बजे से देपहर 1 बजे तक खुला रहेगा। आयुष-64 दवा प्राप्त करने हेतु मरीज की कोविड जांच की रिपोर्ट की एक कॉपी, आधार कार्ड की कॉपी एवं संपर्क सूत्र जमा करवाना अनिवार्य होगा। अधिक जानकारी हेतु शिव कुमार जी 6005630831, कुल्दीप जी, बंसी लाल जी 9858558358, एवं रवि त्रिसल जी 9419162821 से संपर्क कर सकते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान --------

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