‘रोस्टर के मुताबिक करियाना, बैकरी, ढावा, सब्जी, बर्तन, स्टेशनरी, दूध व दवाईयों की दुकानें खुलीं‘
उधमपुर, 2 जून(हि.स.)। उधमपुर में लाॅकडाउन के उपरांत जो जिला प्रशासन की तरफ से रोस्टर जारी किया गया था उसके मुताबिक बुधवार को करियाना, बैकरी, सब्जी, बर्तन, स्टेशनरी, दूध व दवाईयों आदि की दुकानें खोली गई। इससे बाजारों में आज काफी चहल-पहल देखने को मिली। लोग दुकानों पर अपनी जरूरत के अनुसार सामान खरीद रहे थे। वहीं दूसरी ओर आज कई दिनों उपरांत बस व मैटाडोर सेवा भी प्रारंभ हुई। लोगों को इसका अभी पता न होने के कारण बाजारों में लोग कम आए। वहीं मैटाडोर, बसों में सवारी भी बहुत कम थी, इसको देखते हुए कई मैटाडोर वालों ने मैटाडोर व बसें नहीं चलाई। वहीं सरकारी कार्यालयों तथा बैंकों में कार्य सामान्य रूप से चलता रहा। दोपहर उपरांत बाजार सुनसान से दिखाई रहे थे। इक्का-दुक्का लोग ही सड़कों पर दिखाई दे रहे थे। छोटे ढावे बालों में है दिशा-निर्देशों को लेकर निराशा रोस्टर के मुताबिक आज काफी दिनों उपरांत ढावा, होटल वालों को अपने कारोबार खोलने की इजाजत मिली। लेकिन छोटे ढावे का कारोबार करने वालों में दिशा-निर्देशों को लेकर थोड़ी निराशा है। उनका कहना है कि इन दिशा-निर्देशों से उनके पास जो ग्राहक खाना खाने आ रहे हैं उनको बिठाने की इजाजत नहीं होने के कारण वह वापिस लौट रहे हंै, जिससे इसका असर उनके धंधे पर पड़ रहा है। उनका कहना था वह दिन को जो कमाते हैं, उससे ही उनके परिवार का पालन पोषण व ढावे का खर्चा निकलता है। और अगर ग्राहक ही नहीं आएंगे तो वह कैसे अपने परिवार का पालन पोषण करेंगे। उन्हांेने मांग की कि कुछ दिशा-निर्देशों में ढील देकर कुछ ग्राहकों को ढावे पर बैठने की इजाजत दी जाए ताकि उनका धंधा चलता रहे। बाजारों मंे भीड़ पर नियंत्रण नहीं रखा गया तो बढ़ सकते हैं मामले नया रोस्टर जारी होने के उपरांत बाजारों में भीड़ उमड़ना शुरू हो गई है, जिससे दुकानदारांे में तो खुशी की लहर है लेकिन दूसरी ओर अगर दुकानदारों ने थोड़ी सी कमाई के लालच में दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया तो कोरोना मामलों को बढ़ते देर नहीं लगेगी। जिससे जिला प्रशासन व प्रदेश प्रशासन को मजबूर होकर दोबारा से लाॅकडाउन में दी गई छूट पर विचार करना पडेगा। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान