हिन्दु आध्यात्मिक और सेवा संस्थान प्रकृति के साथ सद्भाव के लिए 30 अगस्त को करेगा प्रकृति वंदन का कार्यक्रम
हिन्दु आध्यात्मिक और सेवा संस्थान प्रकृति के साथ सद्भाव के लिए 30 अगस्त को करेगा प्रकृति वंदन का कार्यक्रम

हिन्दु आध्यात्मिक और सेवा संस्थान प्रकृति के साथ सद्भाव के लिए 30 अगस्त को करेगा प्रकृति वंदन का कार्यक्रम

शिमला, 28 अगस्त (हि. स.)। प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना भारतीय संस्कृति और परम्परा का अभिन्न और अनोखा भाग रहा है। देश की परम्परिक प्रथाओं, धार्मिक विष्वासों, अनुष्ठानों, लोककथाओं और भारतीय लोगों की दैनिक जीवन पद्धति में यह सद्भाव प्रदर्षित भी होता है। इसी मूलमंत्र को ध्येय मानकर हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन हिमाचल प्रदेश व पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा प्रकृति को धन्यवाद और उसकी रक्षा का संकल्प लेने के लिए 30 अगस्त को सुबह 10ः00 से 11ः00 बजे तक सम्पूर्ण हिमाचल प्रदेश में प्रकृति वंदन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ऑनलाइन आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान परिवार के सदस्य 10 से 15 मिनट तक एक वृक्ष के पास बैठकर मंत्र उच्चारण करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए 25000 परिवारों से प्रकृति वंदन के फॉर्म भी भरवाए गए हैं। प्रकृति वंदन का आयोजन देष के 500 से अधिक केंद्रों और विश्व स्तर पर 25 से अधिक देशों में 30 अगस्त को सुबह 10 से 11 बजे तक प्रकृति के प्रति श्रद्धा प्रदर्षित करने के लिए किया जा रहा है। संस्थान को इस कार्यक्रम में एक करोड़ से अधिक नागरिकों के जुड़ने की अपेक्षा है। हिन्दु आध्यात्मिक सेवा संस्थान सनातन और वैष्विक मूल्यों के प्रसार के साथ ही वन संरक्षण और वन्यजीव की सुरक्षा, जीवसृष्टि संतुलन और पर्यावरण संरक्षण जैसे बुनियादी सिद्धांतो पर कार्य कर रहा है। प्रकृति वंदन कार्यक्रम की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा की है। उन्होंने इस कार्यक्रम को करने वाले आयोजकों को बधाई दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डाॅ0 मोहनराव भागवत प्रकृति वंदन कार्यक्रम के बीच में अपना उद्बोधन प्रस्तुत करेंगे। उनके यह उद्बोधन आनलाईन ही प्रस्तुत किया जायेगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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