शिमला से पालमपुर स्थानांतरित होगा सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण मुख्यालय: मुख्यमंत्री
शिमला से पालमपुर स्थानांतरित होगा सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण मुख्यालय: मुख्यमंत्री

शिमला से पालमपुर स्थानांतरित होगा सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण मुख्यालय: मुख्यमंत्री

धर्मशाला, 12 सितम्बर (हि.स.)। सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण मुख्यालय शिमला से पालमपुर स्थानांतरित किया जाएगा और पुलिस विभाग के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए उपमहानिरीक्षक इन्टेलिजेंस का पद धर्मशाला से संचालित किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिले के हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में परिविक्षाधीन पुलिस उप-अधीक्षक के 12वें बैच और उप-निरीक्षक के 8वें बैच की पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता करते हुए कही। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस ध्वज फहराया और पुलिस दल की भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। पुलिस उप-अधीक्षक परिविक्षाधीन प्रणव चौहान ने परेड का नेतृत्व किया। इस मौके पर जयराम ठाकुर ने कहा कि आज पास आउट होने वाले परिविक्षाधीन पुलिस अधिकारियों के परिवारजनों के लिए गौरव का दिन है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आज पास आउट हुए प्रशिक्षणार्थी राज्य की समर्पित भावना से अपनी सेवाएं देकर राज्य को देव भूमि बनाने में कारगार सिद्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस ने कोरोना महामारी के दौरान सराहनीय कार्य किए। अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में उन्होंने सुनिश्चित किया कि राज्य में कोई भी व्यक्ति राज्य में बिना उचित जांच और राज्य सरकार के निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन किए प्रवेश नहीं कर सका। ठाकुर ने कहा कि समाज को पुलिस से बहुत अपेक्षाएं हैं और प्रत्येक पुलिसकर्मी को लोगों की उम्मीदों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है, जहां हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। उन्होंने पुलिस कर्मियों को पर्यटकों के प्रति शिष्टाचार की भावना से कार्य करना चाहिए ताकि वह राज्य से अच्छी यादें लेकर जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य के पुलिस आरक्षियों के एक हजार पदों को भरने के लिए भी मंजूरी प्रदान कर दी है, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण भर्ती प्रक्रिया में देरी हुई है। उन्हाेंने कहा कि इस प्रक्रिया को शीघ्र ही पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय में बेहतर आधारभूत संरचना के विकास और सुदृढ़ीकरण के लिए पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह को आगामी पांच वर्ष के लिए प्रति वर्ष 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नूरपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय (एएसपी) खोलने की भी घोषणा की। जयराम ठाकुर ने इस मौके पर 1.75 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्रशिक्षु आवासीय भवन का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ठाकुर ने इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ परिविक्षाधीन परिवेक्षकों को भी पुरस्कृत किया। पुलिस उप-अधीक्षक पर्यवेक्षक में प्रणव चौहान तथा पुलिस उप-निरीक्षक में नवनीत सैनी को सर्वश्रेष्ठ चुना गया। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह ने अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं और राज्य के लिए बेहतरीन पुलिस अधिकारी दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस महाविद्यालय के अधोसंरचना को मजबूत करने के लिए उदारपूर्वक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह के प्रधानाचार्य डॉ. अतुल फुलझेले ने इस अवसर पर पुलिस परिविक्षाधीनों को शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आज इस महाविद्यालय से तीन पुलिस उप-अधीक्षक तथा 15 परिविक्षाधीन पुलिस उप-निरीक्षक पास आउट हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें न केवल शारीरिक प्रशिक्षण दिया गया है, बल्कि इन्हें साइबर क्राइम व क्रिमिनल लॉ आदि का भी प्रशिक्षण दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in