शिमला में पार्किंग फीस बढ़ाने का निर्णय वापस लिया जाए: माकपा
शिमला में पार्किंग फीस बढ़ाने का निर्णय वापस लिया जाए: माकपा

शिमला में पार्किंग फीस बढ़ाने का निर्णय वापस लिया जाए: माकपा

शिमला, 18 सितम्बर (हि.स.)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने नगर निगम की ओर से पार्किंग फीस में बढ़ोतरी और निगम के किरायदारों से प्रॉपर्टी टैक्स की वसूलने की आलोचना करते हुए इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की है। माकपा जिला सचिव संजय चौहान ने शुक्रवार को बताया कि नगर निगम प्रशासन सरकार के दबाव में आकर जनता पर आर्थिक बोझ डालने का कार्य ही कर रही है। गत तीन वर्ष में पानी, प्रॉपर्टी टैक्स, पार्किंग, कूड़ा उठाने की फीस, दुकानों के किराए व अन्य सेवाओं की दरों में भारी वृद्धि की गई है। पानी में करीब 40 प्रतिशत, कूड़े उठाने की फीस में 90 प्रतिशत, पार्किंग में 600 रुपये से बढ़ा कर 1000 रुपये किये गए हैं जोकि करीब 70 प्रतिशत की एकमुश्त वृद्धि है। इसके साथ ही प्रॉपर्टी टैक्स में भी अभी 10 प्रतिशत की वृद्धि पहली बार की गई है और आने वाले समय यह हर साल बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में बड़े पैमाने पर लोगों का रोजगार व कारोबार भी प्रभावित हुआ है। अढ़ाई माह से ऊपर लॉकडाउन के कारण शिमला शहर व इसके आसपास के क्षेत्रों में भी कारोबार बिल्कुल ठप रहा है और अभी भी लोगो की खरीद की ताक़त में आई कमी से कारोबार पटरी पर नही आ रहा है। उन्होंने मांग की है कि नगर निगम सभी को प्रॉपर्टी टैक्स, कूड़े की फीस व पानी के बिलों में छूट दे राहत प्रदान की जाए। यदि इस मांग को नहीं माना गया तो सीपीएम शहर के अन्य संगठनों के साथ मिलकर सरकार व नगर निगम के इन जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध आंदोलन चलाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in