लोकगायक रंजीत भारद्वाज पांगणा-करसोग की वादियों में करेंगे अपने नए गीत की शुटिंग
लोकगायक रंजीत भारद्वाज पांगणा-करसोग की वादियों में करेंगे अपने नए गीत की शुटिंग

लोकगायक रंजीत भारद्वाज पांगणा-करसोग की वादियों में करेंगे अपने नए गीत की शुटिंग

मंडी, 03 दिसम्बर (हि. स.)। अपने गीतों और अभिनय से मंडी जिला के पांगणा को पहचान दिलाने वाले लोकगायक रंजीत भारद्वाज अपने नए गीत -लाड़ी सरजुए-साठ बोले सवाणा पांगणे बेहड़े दे की शूटिंग सुकेत अधिष्ठात्री राज-राजेश्वरी महामाया मंदिर पांगणा से शुरू करने जा रहे हैं। सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जनकल्याण मंच पांगणा के अध्यक डाक्टर हिमेंद्र बाली हिम व हिंदी प्रवक्ता रामकृष्ण कौशल का कहना है कि यह ऐतिहासिक लोकगीत रियासती काल में राजा और रूपमती सरजु के प्रेम प्रसंग की पृष्ठभूमि पर आधारित है। पांगणा में फिल्माए जा रहे इस गीत में करसोग के उभरते कलाकार रणजीत भारद्वाज ने इस गीत को आवाज दी है। रंजीत भारद्वाज मूल रूप से उप-तहसील मुख्यालय पांगणा से लगभग छह किलोमीटर दूर स्थित छोटी काशी घाड़ी गांव के रहने वाले हैं। सुरीली आवाज के धनी रणजीत भारद्वाज ने 2017 में आल इंडिया रेडियो म्यूजिक कम्पीटिशन के हिमाचली फोक कैटेगिरी में प्रथम स्थान हासिल करने के बाद कला समीक्षको द्वारा खूब सराहें जा चुके हैं। रणजीत के हाल ही में तेरा इंतजार रिलीज हुआ है जिसको दर्शकों ने खूब दाद दी और प्यार दिया। मृणाल स्टुडियो के बैनर तले लाड़ी सरजुए रणजीत का दूसरा प्रोजेक्ट है। इस गाने में मुख्य भूमिका में मनोज राजपूत व शिवानी ठाकुर अभिनय करेंगे। मनोज राजपूत इस से पहले चाहत, शिमला गर्ल जैसे सुपरहिट गानों में भी काम कर चुके हैं। जबकि शिवानी ठाकुर जिन्हें हिमाचल की नाटी क्वीन भी कहा जाता है, हिमाचली संस्कृति को प्रोमोट करने में इनका नाम शीर्ष में आता है। लाड़ी सरजुए इसमें संगीत दिया है हिमाचल के प्रसिद्ध संगीतकार सुरेंदर नेगी ने। जबकि निर्देशक प्रिंस हैरी व सह निर्देशक सुनील कुमार का है। पांगणा-करसोग की हसीन वादियों में फिल्माए जा इस शानदार लोक गीत को आप जल्दी ही मृणाल स्टुडियो यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं। संस्कृति मर्मज्ञ डॉक्टर जगदीश शर्मा और व्यापार मंडल पांगणा के अध्यक्ष सुमित गुप्ता, शोधार्थी गगनदीप व युवा समाजसेवी विपुल शर्मा ने इस ऐतिहासिक सुकेती लीक गीत के फिल्मांकन पर रंजीत भारद्वाज व साथियों को बधाई देते हुए कहा कि रंजीत भारद्वाज का यह गीत सुकेत अधिष्ठात्री राज- राजेश्वरी महामाया पांगणा के छह मंजिले बेहड़े देवीकोट और पांगणा मनोरम प्राकृतिक दृश्यों से साक्षात्कार करवाने का उम्दा माध्यम तो होगा ही ऐसे गीत के पदों के यथार्थ बोध को भी रेखांकित करते हुए इतिहास के पलों को पुनर्जीवित करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/सुनील-hindusthansamachar.in

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