राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका केंद्रीय स्थान पर : बंडारू दत्तात्रेय
राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका केंद्रीय स्थान पर : बंडारू दत्तात्रेय

राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका केंद्रीय स्थान पर : बंडारू दत्तात्रेय

शिमला, 10 सितम्बर (हि. स.)। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में विवेकानंद ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा ‘यूथ की बात’ ई-डायलाॅग कार्यक्रम का गुरुवार को आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका केंद्रीय स्थान पर होती है, जो देश सही दिशा में अपने युवाओं का उपयोग करते हैं, वे राष्ट्र अधिक विकसित होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा, रोजगार और सशक्तिकरण तीन प्रमुख तत्व हैं, जो एक राष्ट्र की प्रगति की दिशा में योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक युवा राष्ट्र है। यहां की 62.5 प्रतिशत जनसंख्या 15-59 वर्ष की आयु वर्ग में है, जो वर्ष 2036 तक 65 प्रतिशत हो जाएगी। वर्ष 2020 तक चीन और अमेरिका में औसत आयु 37 वर्ष, पश्चिमी यूरोप में 45 वर्ष और जापान में 49 वर्ष होगी, जबकि भारत में औसत आयु सिर्फ 28 वर्ष होगी। उन्होंने कहा कि जनसांख्यिकीय लाभांश का राष्ट्र निर्माण में पूरी तरह से तभी सार्थक उपयोग कर सकते हैं जब भारत अपनी जनसंख्या को सार्वभौमिक गुणवत्ता और तकनीकी कौशल की शिक्षा देने में और विश्व की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल विकास करने में सक्षम होगा। दत्तात्रेय ने कहा कि यह वह समय है, जब सार्वभौमिक छवि के साथ एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्धता की जरूरत है और यह तभी संभव है जब इसमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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