नेरचौक मेडिकल कालेज के डाक्टर सहित तीन लोगों की कोरोना से मौत
नेरचौक मेडिकल कालेज के डाक्टर सहित तीन लोगों की कोरोना से मौत

नेरचौक मेडिकल कालेज के डाक्टर सहित तीन लोगों की कोरोना से मौत

मंडी, 20 सितम्बर (हि. स.)। रविवार का दिन हिमाचल के इतिहास में स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से काला दिन ही माना जाएगा। आज मेडिकल कालेज के हेड आफ डिपार्टमेंट डॉक्टर प्रदीप बंसल (60) की कोरोना से मौत हो गई। बंसल की मौत पर मुख्यमंत्री ने भी शोक जताया है। इसके अलावा आज नेरचौक मेडिकल कॉलेज में दो अन्य लोगों की भी कोरोना से मौत हुई है। नेरचौक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवा नंद चौहान ने बताया कि 10 जनवरी 1960 को जन्मे डॉ. प्रदीप बंसल की लगभग दो सप्ताह पहले कोरोना पॉजटिव की रिपोर्ट आई थी। उनकी डाक्टर बेटी, जो सराज क्षेत्र के बगस्याड बाड़ा में चिकित्सक है, भी वहां पर काम करते हुए कोरोना पॉजटिव पाई गई थी। इसके बाद पूरा परिवार आइसोलेन में चला गया था। डॉ. बंसल को पहले नेरचौक में इलाज किया गया और बाद में उन्हें आईजीएमसी शिमला में भेज दिया गया, जहां वह कुछ दिन वेंटीलेटर पर रहे। हालत ज्यादा बिगड़ जाने पर उनके परिजन उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में ले गए मगर यहां रविवार की सुबह दस बजे उनकी मौत हो गई। इस दौरान कोरोना पॉजिटिव उनकी डॉक्टर बेटी भी साथ रही। प्रोफेसर डाॅ. प्रदीप बंसल पंजाब के पटियाला के रहने वाले थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही पूरे चिकित्सा क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। नेरचौक मेडिकल कालेज में प्राचार्य डाक्टर आरसी ठाकुर की अध्यक्षता में एक शोक सभा का आयोजन करके उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। डॉक्टर बंसल की मौत पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉक्टर बंसल की मौत से प्रदेशवासियों ने एक कोरोना को खो दिया। कोरोना संकट में उनकी सेवाएं हमेशा याद रहेंगी। इधर, मंडी के नेरचौक मेडिकल अस्पताल में रविवार को दो और लोगों ने भी दम तोड़ा। इस बारे में वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवा नंद चौहान ने बताया कि 62 साल के एक व्यक्ति जो एचआईवी पॉजटिव के चलते 10 सितम्बर को मेदांता गुडग़ांव में इलाज करके लौटे थे। 13 सितम्बर को उन्हें नेरचौक मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। उनकी कई अन्य बीमारियों के चलते रविवार सवा 12 बजे मौत हो गयी। यह व्यक्ति कुलबंत सिंह बिलासपुर जिले के बैरी का रहने वाला था। एक अन्य मामले में मंडी शहर के साथ लगते गांव टिल्ली केहनवाल की 60 साल की गायत्री देवी का भी रविवार को साढ़े 12 बजे निधन हो गया। गायत्री देवी को जोनल अस्पताल मंडी भर्ती किया गया था, जहां से उसका टेस्ट कोरोना पॉजटिव आने पर उसे मेडिकल कालेज लाया गया था। बीती आधी रात साढ़े 12 बजे उनका निधन हो गया। इसके साथ ही मंडी जिले में ही अब तक 15 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। अब तक लगभग 1300 लोग कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं जिनमें से 700 के लगभग एक्टिव मरीज हैं। हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी-hindusthansamachar.in

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