नए भारत की परिकल्पना है नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : बंडारू दत्तात्रेय
नए भारत की परिकल्पना है नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : बंडारू दत्तात्रेय

नए भारत की परिकल्पना है नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : बंडारू दत्तात्रेय

शिमला, 27 अगस्त (हि. स.)। हिमाचल प्रदेश राज्य शिक्षा परिषद् द्वारा आयोजित दो दिवसीय वेबिनार में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक नए भारत की परिकल्पना करती है, जो प्रगतिशील, समृद्ध, रचनात्मक और नैतिक मूल्यों पर आधारित है तथा देश के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए कारगर है। राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार ने 34 वर्षों के बाद देश में नई शिक्षा नीति को लागू किया है और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में, इसमें शिक्षा से लेकर सभी को सस्ती और कौशल विकास शिक्षा जैसे कई गुण हैं, लेकिन वहीं इसका कार्यान्वयन भी चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने इसके व्यापक रूप को समझने और लागू करने पर जोर दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह से राज्य सरकार ने इस नीति के प्रति अपनी सक्रियता दिखाई है, जैसे इसके कार्यान्वयन में शिक्षाविदों और आम नागरिकों से राय लेना और एक समर्पित कार्यबल स्थापित करना, यह इसके कार्यान्वयन की व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी भी शिक्षा नीति में शिक्षा पर 6 प्रतिशत परिव्यय की बात की गई है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा को इसमें लचीला बनाया गया है और अब स्नातक चार साल का होगा, लेकिन बीच में कोर्स छोड़ने का प्रावधान होगा। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनीतिक इच्छा के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी देकर इसे संभव बनाया है। उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में पहले ही बहुत सारे काम किए जा चुके हैं। जल्द ही टास्क फोर्स तैयार हो जाएगा और इस पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा और कहा कि इस नीति से संबंधित सभी कार्य हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में पूरे किए जाएंगे। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in