घराट नाला व लोहट  नाला बनें एफकॉन कंपनी के डंपिंग साइट, विरोध प्रदर्शन
घराट नाला व लोहट नाला बनें एफकॉन कंपनी के डंपिंग साइट, विरोध प्रदर्शन

घराट नाला व लोहट नाला बनें एफकॉन कंपनी के डंपिंग साइट, विरोध प्रदर्शन

मंडी, 10 अगस्त (हि. स.)। फोरलेन निर्माण कार्य में जूटी एफकान कंपनी द्वारा डंपिंग साइट का ग्रामीणों ने विरोध जताया है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग-21 मंडी -मनाली के डयोड के पास कंपनी द्वारा डंपिंग साईट बनाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। हाल ही में उक्त कंपनी द्वारा लोहट नाला और घराट नाला को डंपिंग साइट बनाया गया है। इन दोनों नालों में मिट्टी, पथर और मलवा फेंका जा रहा है। जिस कारण स्थानीय लोगों के रास्ते, सडक़ पीने का पानी यहां तक कि श्मशान घाट भी बंद कर दिए है। सोमवार को पंचायत प्रधान दलीप सिंह ठाकुर की अगुवाई में नागधार पंचायत के सैकड़ों लोगों ने एनएच- 21 कैंची मोड़ के पास एफकॉन कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और डंपिंग रोकते हुए अपना विरोध जताया। पंचायत प्रधान ने कहा कि एफकान कंपनी ने हमारे जल, जंगल और जमीन पर जबरन कब्जा जमा जा रहा है। पंचायत द्वारा एफकान कंपनी को किसी प्रकार की कोई एनओसी जारी नहीं की है । बावजूद इसके दोनों नालों में जमकर मिट्टी-पत्थर फेंका जा रहा है। इस अनाधिकृत डंपिंग से स्थानीय लोगों का जनजीवन पूरी तरह से खतरे में पड़ गया है। जिससे 3-4 प्राकृतिक जल स्रोत मलबे में दब गए हैं आईपीएच विभाग द्वारा स्थानीय लोगों को पीने का पानी मुहैया करवाने के लिए जो पाइप लाइन बिछाई गई थी, वह पूरी तरह से तहस-नहस हो चुकी है। लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। वहीं गांव हटैण, खणेहु, डयोड, उबा, पटलीना, नागधार और कैंची मोड़ यह सभी गांव मुख्य धारा सडक़ से वंचित हो गए हैं । क्योंकि इनके रास्ते कटिंग, स्लाइडिंग और डमपीग के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। जिसके लिए एफकॉन कंपनी पूरी तरह से जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि गांव में यदि किसी प्रकार से कोई मृत्यु हो जाती है तो श्मशान घाट तक ले जाने में भी लोग असमर्थ है। क्योंकि श्मशान घाट के सडक़- रास्ते सभी मलबे की चपेट में है। यह मलवा पंडोह डैम में जाकर डैम के लिए भी खतरे की घंटी बन सकता है। यदि कंपनी समय रहते इस डंपिंग को अति शीघ्र बंद नहीं करती है तो निश्चित रूप से हमारे उक्त सभी गांव स्लाइडिंग जोन में आ जाएंगे और लोगों का जीवन संकट में पड़ जाएगा। इसलिए इस अनधिकृत डंपिंग को जनहित में अति शीघ्र बंद किया जाए। दिव्यांग कल्याण सभा अध्यक्ष मनोहर लाल ठाकुर ने बताया कि खोती नाला में व बाधी नाला में भी इसी तरह से अनधिकृत डंपिंग की जा रही है जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियां आ रही हैं। किसानों की जमीन बह रही है भूमि कटाव जोरों पर है। इधर, डीएफओ मंडी सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि एफकॉन कंपनी को वन विभाग की एनओसी जारी की गई है। जिसमें स्थानीय पंचायत द्वारा एनओसी जारी की गई है उसी के बाद एफआरए में यह स्वीकृति मिली है। वहीं एफकान कंपनी के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया। मगर उन्होंने मीडिया से किसी भी तरह की बातचीत करने से इंकार कर दिया। वहीं आईपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक हाजरी ने बताया कि उनके ध्यान में अभी तक इस तरह का कोई मामला नहीं है। वे जल्द ही कनिष्ठ अभियंता से इसकी पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे। जबकि पंडोह डैम अधिशासी अभियंता राजेश हांडा ने बताया कि झील में अनधिकृत रूप से फेंका जा रहा फोरलेन का मलबा किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। हमने एसडीओ एसके जैन की अध्यक्षता में इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई है। जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी उसके पश्चात ही बीबीएमबी के और अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/सुनील-hindusthansamachar.in

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