अकाली दल का भाजपा से अलग होना दुर्भाग्यपूर्ण : सुरेश कश्यप
शिमला, 27 सितंबर (हि.स.)। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने अकाली दल के भाजपा से अलग होने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। कश्यप ने रविवार को एक बयान में कहा कि अकाली दल एनडीए के साथ मिल कर काफी वर्षों से चल रहा था लेकिन कृषि विधेयक कानून को लेकर एनडीए के साथ विचार नहीं मिलने पर अकाली दल राजनितिक कारणों से अलग हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के हितों के लिए यह कानून बनाए है लेकिन विपक्ष किसानों को बरगला कर उन्हें भ्रमित कर रहा है और उनकी नासमझी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहता है। सुरेश कश्यप ने आगे कहा कि अकाली दल एनडीए का महत्वपूर्ण घटक रहा है लेकिन अब उन्होंने एनडीए को छोड़ने का फैसला ले लिया है, क्योंकि वह काफी समय से एनडीए का हिस्सा रहे है इसलिए उनका जाना दुर्भाग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि अकाली दल आने वाले चुनावों में राजनितिक लाभ लेने के लिए और किसानों को अपने हक में करने के लिए अलग हुआ है। इसका प्रभाव हिमाचल की राजनीति में कुछ भी पड़ने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हितों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उनके साथ होने वाले शोषण को रोकने के लिए यह विधेयक लाए गए है। लेकिन अकाली दल और कांग्रेस दोनों ही इसका विरोध कर रहे है ताकि वह किसानों को अपने पक्ष में कर सकें, लेकिन किसान बेहद जागरूक है वह उनके बहकावे में आने वाले नहीं है क्योंकि यह विधेयक उनके लिए वरदान साबित होंगे जिसकी वजह से अन्नदाता को उनकी मेहनत का वास्तविक मूल्य मिलेगा वह किसी भी तरह से शोषित नहीं होंगे। हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील-hindusthansamachar.in