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टेक्सी ऑपरेटरों ने अपनी मांगों को लेकर शिमला में किया प्रदर्शन

शिमला, 22 मार्च (हि.स.)। केंद्र सरकार की ओर से नेशनल परमिट में भारी फीस निर्धारित करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर देवभूमि टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशन के चालकों व टैक्सी मालिकों ने सोमवार शिमला में रोड शो किया। इस दौरान टैक्सी ऑपरेटरों ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना काल में पहले से ही बूरी तरह प्रभावित टैक्सी ऑपरेटरों की मुसीबतें बढ़ाने पर कड़ा रोष प्रकट किया। रोड शो संजौली बाईपास, छोटा शिमला होते हुए पुराने बस स्टैंड से आर.टी.ओ कार्यालय पहुंचा जहां एसोसिशन पदाधिकारियों ने एसोसिएशन संस्थापक नरेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में परिवहन निदेशक अनुपम कश्यप को 11 सूत्रिय मांग पत्र सौंपा। इस मौके पर विभिन्न मांगों के बारे में टैक्सी ऑपरेटरों ने परिवहन निदेशक को अवगत करवाया। इस मौके पर एसोसिएशन संयोजक ने कहा कि मांगों पर सरकार व विभाग जल्द कोई राहत प्रदान नहीं करता है तो टैक्सी ऑपरेटर्स एक माह बाद उग्र आंदोलन कर सडक़ों पर उतरेंगे और अपनी गाडिय़ों की चाबियां आर.टी.ओ को सौंप देंगे। टैक्सी ऑपरेटरों ने बताया कि सरकार नेशनल परमिट में 4 सीट से लेकर 9 सीट तक 25 हजार और 9 से लेकर 23 सीट तक 75 हजार रुपए परमिट फीस निर्धारित की है। यह फीस बहुत अधिक है कोरोना काल में पहले से आर्थिक तंगी से जूझ रहे ऑपरेटर्स यह टैक्स कहां से देंगे। ऐसे में सरकार यह फीस कम करे। इसके अतिरिक्त टैक्सी गाडिय़ों की इंशोरेयंस निजी गाडिय़ों के मुकाबले अधिक है। ऐसे में सरकार इसे कम करे। टैक्सी गाडिय़ों का 1 नेशन परमिट मौजूदा समय में 9 साल है उसे बढ़ाकर 15 साल किया जाए। ओला उबर कंपनियों को प्रदेश में प्रतिबंधित किया जाए। चालान राशि बढ़ा दी गई जिससे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा इस बढ़ी हुई राशि को भी कम किया जाए। इसके अतिरिक्त एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार से टैक्सी मालिक चालक आयोग गठन करने की मांग की ताकि किसी भी मालिक व चालक का शोषण न हो सके। सरकारी विभागों में टैक्सी ऑपरेटरों की गाडिय़ा लगाकर दिया जाए रोजगार टैक्सी ऑपरेटरों ने सरकार से सरकारी विभागों में टेंडर प्रक्रिया से तहत लगने वाली गाडिय़ों में टैक्सी ऑपरेटरों की ही गाडिय़ां लगाने की मांग की। इसके अलावा पंजीकृत यूनियनों को इस टैंडर प्रकिया में शामिल कर ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए। इसके अतिरिक्त ऑपरेटरों ने सरकार से बढ़ते पेट्रोल व डीजल दामों को भी कम करने की मांग की। हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल/सुनील

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