भारी भरकम टैक्स को लेकर सरकार के खिलाफ 22 मार्च को सड़कों पर उतरेंगे कांगड़ा के टैक्सी आपरेटर्स

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धर्मशाला, 20 मार्च (हि.स.)। डीजल पैट्रोल के बढ़ते दामों सहित नए नियमों तथा भारी टैक्स निर्धारित करने पर कांगड़ा टैक्सी आपरेटर्स यूनियन ने केंद्र तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। केंद्र सरकार के नए मोटर वाहन एक्ट के नियमों सहित अन्य मांगों को लेकर देव भूभि टैक्सी आपरेटर्स एसोसिएशन यूनियन के आह्वान पर टैक्सी आपरेटर्स 22 मार्च सुबह को सड़कों पर उतरकर मलां से धर्मशाला तक रोड शो ओर प्रर्दशन करेंगे। कांगड़ा टैक्सी आपरेटर यूनियन के प्रभारी गुलशन ने बताया कि यह रोड शो मलां चौक से डाढ, चामुंडा, योल, सिद्धपुर, दाड़ी, कचहरी बस अड्डा से होते हुए आर.टी.ओ. आफिस तक होगा। इस दौरान धर्मशाला परिवहन विभाग के बाहर धरना तथा प्रर्दशन किया जाएगा। वहीं एक बार फिर से मांगों का ज्ञापन परिवहन विभाग को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को भी युनियन के पदाधिकारी इन्हीं मांगों को लेकर उपायुक्त कांगड़ा से भी मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन आपातकालीन सेवाओं को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा । युनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान सबसे ज्यादा टैक्सी आपरेटर्स ही प्रभावित हुए हैं। आपरेटर्स ने सरकार से वन नैशन, वन टैक्स किए जाने की मांग की थी। ऐसे में सरकार ने यह मांग पूरी भी कर दी। लेकिन प्रति टैक्सी टैक्स 26000 हजार रुपये निर्धारित कर दिया जबकि यह टैक्स बहुत अधिक है। एक टैक्सी आपरेटर इतना टैक्स नहीं दे सकता। इसके अतिरिक्त डीजल पैट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। यही नहीं केंद्र सरकार ने नैशनल परमिट को घटाकर 12 साल से आठ साल कर दिया है। प्रदेश में सरकार ओला और उवर जैसी कंपनियों को बढ़ावा दे रही है। जिससे लोकल टैक्सी आपरेटर का कारोबार ठप्प हो कर रह गया। टैक्सी आपरेटर्स ने बताया कि प्रदेश भर में प्राइवेट नम्बर की टैक्सियां चल रही हैं जिस पर विभाग तथा पुलिस को नुकेल कसनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

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