सोलन : भाजपा जमीन मामले में सामने आए मनीष, कहा नेताओं द्वारा उन्हें फंसाने की साजिश
सोलन : भाजपा जमीन मामले में सामने आए मनीष, कहा नेताओं द्वारा उन्हें फंसाने की साजिश

सोलन : भाजपा जमीन मामले में सामने आए मनीष, कहा नेताओं द्वारा उन्हें फंसाने की साजिश

सोलन, 28 जुलाई ( हि. स.) । सोलन में बहुचर्चित भाजपा कार्यालय जमीन मामले में दोषी ठहराए जा रहे पूर्व पार्षद मनीष ने प्रेस वार्ता कर अपनी सच्चाई जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जमीन की खरीद में उनका कोई रोल नहीं है । उन्होंने पार्टी के नेताओं के कहने पर ही जमीन के इकरार नाम पर गवाही दी थी। उन्होंने कहा कि पैसों के लेन - देन बारे उन्हें कुछ भी पता नहीं है। मनीष ने खुद को इस प्रकरण में फंसता देख अदालत का दरवाजा खटखटाया लेकिन प्रदेश उच्च न्यायालय से भी उन्हें निराशा मिली । जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपनी जमानत करवाई है । जिसके बाद सोलन पहुचकर अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है । गौरतलब है कि भाजपा ने 85 लाख रूपये दे कर सोलन के एक व्यक्ति दीनानाथ के साथ कार्यालय के लिए जमीन खरीदने का इकरारनामा किया । इसके बाद ही 118 की अनुमति के प्राप्त करने के उपरांत रजिस्ट्री होना तय हुई थी । लेकिन इसी बीच एक और मोड़ इस मामले में आ गया । भाजपा पार्टी 118 की अनुमति समय पर प्राप्त करने में नाकाम रही और जमीन मालिक ने सोलन के अन्य व्यापारी को जमीन बेच दी डाली और उसके नाम पर रजिस्ट्री भी करवा दी गई । इसकी भनक लगते ही भाजपा के नेताओं की नींद टूटी और नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सोलन पुलिस में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया। जान आफत में फंसती देख ज़मीन के मालिक और इकरारनामे के गवाह रहे भाजपा के पूर्व पार्षद मनीष सोपल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया। पूर्व पार्षद ने अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय में निवदेन किया जहां से उसकी जमानत को रद्द कर दिया गया । इसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंचे जहां से उन्हें 15 दिनों की मोहलत मिली है ।इस मोहलत के बाद उन्हें अपनी सच्चाई पेश करते हुए पक्की जमानत अदालत से लेने पर ही कुछ राहत मिलने के आसार हैं । पूर्व पार्षद मनीष जो मौजूदा समय में मीडिया प्रभारी हैं ने कहा कि वह भाजपा के सच्चे और ईमानदार कार्यकर्ता है । उन्होंने कहा कि सोलन के दो दिग्गज नेताओं के आग्रह पर वह इकरारनामे के गवाह बने थे । उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं द्वारा यह प्रचार किया जा रहा है कि उनकी भूमिका बिचौलिए की रही है जो बिलकुल गलत है वह भाजपा कार्यर्कता की हैसियत से नेताओं के कहने पर गवाह बने थे। मनीष ने पार्टी आलाकमान से आग्रह किया कि उनकी सच्चाई को सामने लाने के लिए पार्टी अपने स्तर पर इसकी जांच कर । साथ ही पुलिस की जांच में वह पूरा सहयोग करेंगे । हिन्दुस्थान समाचार / संदीप/सुनील-hindusthansamachar.in

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